हंडिया : कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आंवला नवमी का पर्व मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत तरीके से मनाया गया,पर्व की शुरुआत आंवले के वृक्ष की पूजा के साथ की गई।
इस मौके पर माताओं-बहनों ने आंवला वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा अर्चना करने के साथ ही प्रशाद ग्रहण किया,इसके बाद सामूहिक गीत गाए गए और एक दूसरे को श्रृंगार सामग्री भेंट की गई
आंवले से संबंध रखता है आंवला नवमी का पर्व –
उपस्थित माताओं बहनों ने बताया कि अक्षय नवमी का पर्व आंवले से संबंध रखता है,आंवले के वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना करने से उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है,अक्षय नवमी सभी रोगो का क्षय यानी नाश करने वाली मानी जाती है,हम आंवले के महत्व को समझें व उसका संरक्षण करें,इसी भावना के साथ हमारे बुजुर्गों ने आंवला नवमी का पर्व मनाने की परंपरा बनाई है।