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हरदा : पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा की मांगो हेतु शांतिपूर्ण जारी, हड़ताल का नैतिक सर्मथन

आंदोलन को दबाने जारी नोटिस, निलंबन व सेवा समाप्ति के आदेश निरस्त न करने पर सामुहिक इस्तीफा देगें

मकडाई समाचार हरदा। संविदा कर्मचारियों ने जिला मुख्यालय पर संविदा कर्मचारियों ने अपनी मांग न मानी जाने पर हड़ताल की। उन्होने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन  अपर कलेक्टर को सौंपा। संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की दिलासा जनप्रतिनिधियों एवं मंत्रियों द्वारा विधान सभा चुनाव के समय से  दिया जा रहा हैं। इसको लेकर पूर्व में संविदा कर्मचारियों की मांग उठ रही है। इस दौरान दो बार प्रदेश की सरकार का परिवर्तन हो गया।

आज संयुक्त मोर्चा संविदा कर्मचारियो द्वारा आंदोलन किया गया। मुख्यमंत्री ने संविदा व्यवस्था को 18 मार्च 2018 को संविदा की व्यवस्था को शोषण की व्यवस्था करार दिया और संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण हेतु संविदा नीति 05 जून 2018 जारी की गयी व 22 नवंबर 2018 को विधानसभा चुनाव के दौरान सार्वजनिक घोषणा की गयी थी कि समस्त संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जायेगा।

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भोपाल के दबाब से आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर

विगत तीन वर्षो से संविदा कर्मचारी को नियमिति करना तो दूर की बात बल्कि संविदा नीति 05 जून 2018 के अनुसार समकक्ष नियमित पदों का 90 प्रतिशत मानदेय के आदेश भी जारी नही किये तथा बल्कि संविदा कर्मचारियों को न कोई संविदा, न पेंशन है तो केवल दुनिया भर की टेंशन जिसके कारण संविदा कर्मचारी आत्मघाती कदम उठाने के लिए बाध्य किये जा रहे है,। अभी हाल ही में संविदा अधिकारी कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाब होता हैं भीकनगांव जपं सीईओ स्व. राजेश बाहेतिया, गंधवानी धार में मनरेगा उपयंत्री स्व.प्रवीण पंवार के आत्महत्या प्रकरणों से आक्रोषित होकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 17 संघों ने संयुक्त मोर्चा का गठन किया। 22 जुलाई 2021 से मा. उच्च न्यायालय में कैवियट लगाकर संवैधानिक अधिकारों के तहत शांतिपूर्ण से मांगो के निराकरण हेतु आंदोलन कर रहे है।

आंदोलन को दबाने के लिए सरकार की तरफ से हुए प्रयास 

शासन प्रशासन के जिम्मेदार, संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता कर जायज मांगों के संबंध आदेष पारित कर हडताल को समाप्त कराने की अपेक्षा बर्बरता,बदले की कार्यवाही नोटिस, निलंबन, सेवा समाप्ति व आपराधिक प्रकरण दर्ज कराये जाने के विरोध में दिनांक 05 अगस्त 2021 को जिला स्तर पर संयुक्त मोर्चा के धरना स्थल पर संविदा अधिकार आंदोलन के प्रदेश संयोजक एवं जिला अध्यक्ष हरदा रमेश सिंह तोमर द्वारा शांति पूर्ण जारी हडताल का नैतिक सर्मथन पत्र प्रस्तुत किया गया, एवं मा.मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की गयी कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा की मांगो हेतु जारी हडताल का संविदा अधिकार आंदोलन समिति नैतिक सर्मथन करती है।आंदोलन को दबाने हेतु जारी किये नोटिस, निलंबन व सेवा समाप्ति के आदेष निरस्त नही किये गये व मांगों का निराकरण नही किये जाने पर सभी विभागों के संविदा कर्मचारी सामुहिक इस्तीफा सौपने को बाध्य होगें।सभी हड़ताल करने वाले कर्मचारियों ने जिला अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते समय मुख्य रूप से संविदा अधिकार आंदोलन के प्रदेष संयोजक एवं जिला अध्यक्ष हरदा रमेश सिंह तोमर, रविकांत स्वर्णकार ई-ंगर्वनेंस,नितिन वर्मा लोक सेवा केन्द्र,नितिन नरवरे राजस्व विभाग,सुनील बिल्लौरे आदिवासी वित्त विकास निगम,अनिल नामदेव व एलएन. बागरे जनपद हरदा सहित सैकडों संविदा कर्मचारी थे।