हरदा : बिजली कटौती से नाराज किसानों ने बिजली विभाग कार्यालय का किया घेराव, पर्याप्त मात्रा में बिजली दिए जाने की मांग
मकड़ाई समाचार हरदा। हरदा में एक ओर जहां प्रदेश सरकार किसानों को भरपूर बिजली देने के दावे कर रही है, वहीं स्थानीय स्तर पर अधिकारी व कर्मचारी बिजली कटौती के घंटे बढ़ाकर उनका किसानों दर्द बढ़ा रहे हैं। खेतों और घरों की व्यवस्था चरमराने से परेशान किसानों ने शनिवार रात बारह बजे बिजली ऑफिस का घेराव कर प्रदर्शन किया। जमकर नारेबाजी करते हुए बिजली कटौती बंद कर पर्याप्त मात्रा में बिजली दिए जाने की मांग की है। रहटाखुर्द के पूर्व सरपंच रामदीन नागले ने बताया कि ग्राम बालागांव, बूंदड़ा, कनारदा, झुंडग़ांव, कुकरावत, रहटाखुर्द,खारपा, सुखरास में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने लोड बढ़ने के कारण बिजली कटौती किया जाना बताया है। बिजली कटौती से किसानों के खेतों में लगी मूंग फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है।
वहीं गर्मी के सीजन में गांव में रहने वाले लोगों बिजली नहीं मिल पाने से मच्छरों के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। किसान रामबाबू गौर ने बताया कि रोजाना बिजली विभाग के ओर से खेत में 4 घंटे और घरेलू बिजली 2 घंटे दी जा रही है, इसमें भी अघोषित कटौती किए जाने से ग्रामीण परेशान हैं। बिजली विभाग की मनमानी से तंग आकर सैकड़ों ग्रामीणों ने बिजली कार्यालय आकर प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि हरदा बिजली कार्यालय में एक भी अधिकारी, कर्मचारी मौके पर नहीं मिला, ताकि उनकी समस्या सुन सके। बिजली ऑफिस में कोई सुनवाई नहीं होने के चलते किसान रात 12:15 बजे कलेक्टर से मिलने के लिए उनके निवास पर पहुंचे। लेकिन वहां भी उन्हें गार्ड ने साहब नहीं होने का बताकर वापस लौटा दिया।
बिजली विभाग से किसान नाराज
बिजली घर पर जमा हुए किसानों का आरोप है कि कनारदा सहित आस-पास के करीब 10 से अधिक गांवों में मनमानी बिजली कटौती की जा रही हैं। जिसके चलते किसानों के खेतों में लगी ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल सूखने की कगार पर आ गई हैं। वहीं बालागांव के किसान विनोद गौर ने बताया कि बिजली कटौती कर उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। इस वक्त खेतों में पानी की जरूरत है। किसानों को मात्र एक से डेढ़ घंटे ही बिजली दी जा रही है। जिससे किसान खासा नाराज हैं।