मकड़ाई समाचार इटारसी। रविवार रात से बैतूल-नर्मदापुरम जिले में जारी मूसलधार वर्षा के कारण बंद हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 46 पर मंगलवार सुबह से यातायात बहाल हो गया है। रविवार रात तवा बांध का बैकवाटर आने के बाद सुखतवा नदी पर बना नया पुल उफान पर आ गया था। रविवार रात 2 बजे से रास्ता बंद होने के कारण केसला पुलिस ने आवाजाही पर रोक लगा दी थी।
कैचमेंट एरिया में वर्षा थमने के बाद जब तवा बांध के गेट बंद हुए, तब जाकर पुल से पानी उतरा। हालात सामान्य होने के बाद पुलिस ने मंगलवार सुबह वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी है। थाना प्रभारी गौरव बुंदेला के अनुसार अभी भी पुल पर हल्का पानी भरा हुआ है, लेकिन नदी उतरने से अब कोई खतरा नहीं है।
भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे पर मंगलवार सुबह 7 बजे यातायात बहाल हुआ है। सड़क मार्ग चालू होने से जाम में फंसे हजारों वाहन चालकों ने राहत की सांस ली है। सुखतवा नदी के उफान पर होने के कारण पिछले 27 घंटे से सुखतवा पुल के दोनों और भोपाल नागपुर जाने वाले ट्रक, बस, निजी वाहन जाम में फंस गए थे। भारी वर्षा में वाहनों को वापस जाने के लिए भी रास्ता नहीं मिला। सुबह पुल से बाढ़ उतरने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू की गई।
नर्मदापुरम जिले में पिछले 02-03 दिनों से भारी वर्षा हो रही थी। सीमावर्ती बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी, शाहपुर में भारी वर्षा का दौर जारी रहा। लगातार भारी वर्षा के कारण सुखतवा नदी रविवार रात से उफान पर चल रही थी। सोमवार सुबह 4 बजे से भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे से यातायात ठप्प हो गया था। बाढ़ का पानी उतरने पर पुलिस ने वाहनों की आवाजाही शुरू कराई। करीब 27 घण्टे से तेज वर्षा और जाम में फंसे वाहन चालकों को जंगल में खाने पीने की समस्या हुई।
ग्रामीणों ने दिया खाना
जाम में फंसे लोगों की मदद के लिए सुखतवा से लगे गांव के लोगों ने मदद का हाथ बढ़ाया। जाम में फंसे निजी और यात्री वाहनों के मुसाफिरों के लिए खाने पीने का प्रबंध नहीं था। घंटों तक फंसे रहने से लोग भूख प्यास से बेहाल हो रहे थे। आसपास हाइवे के ढाबे होटल भी नहीं थे, इसे देखते हुए ग्राम पंचायत के सहयोग से जाम में फंसे लोगों को सब्जी-पुड़ी के चौकीपुरा में वितरित की गई।