ब्रेकिंग
सुश्री भारती किशोरी के मुखारबिंद से हो रही नानीबाई के मायरे की कथा वैश्य महासम्मेलन की टिमरनी तहसील इकाई की वार्षिक बैठक का हुआ आयोजन टिमरनी में कांग्रेसियों द्वारा अमित शाह की फोटो पर गेट वेल सुन मामू लिखकर गुलाब के फूल भेंट किए! हरदा: कुमुद ने जीता वर्ल्ड चेम्पियनशिप कराटे गोल्ड मेडल, हरदा जिले का नाम किया रोशन पुलिस लाइन हरदा में नशा एक अभियान जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन । नुक्कड़ नाटक के जरिये भी पुलिस बल... हरदा: भाजपा की जिला बैठक हुई सम्पन्न , विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा, नवनियुक्त मंडल अध्यक्षों को दी ब... हंडिया:  हरदा विधायक डॉ. दोगने ने ग्राम हंडिया में विकास कार्यो का भूमि पूजन किया!  रहटगांव: स्वर्गीय माँगीलाल जी बटाने की द्वितीय पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर आयोजित !  चलती बस मे हाइवे पर लगी आग ! बस मे सवार सभी यात्री सकुशल फायर ब्रिगेड ने बुझाई आग टिमरनी: वन एवं वन्यप्राणी सुरक्षा के तहत् प्रशिक्षण सह-जागरूकता अभियान कार्यकम

गर्दन से घुसकर मुंह से निकला चार फीट का सरिया, दो घंटे सर्जरी कर निकाला

मकड़ाई समाचार भोपाल। अपने घर के छज्जे पर काम कर रहे 30 साल के रंजीत के गले में चार फीट लंबा सरिया घुस गया। सरिया जबड़े के पास से घुसते हुए तिरछा मुंह से निकल आया। जिससे युवक की जीभ कट गई। घर वालों ने समझदारी दिखाते हुए सरिया को नहीं निकाला। न ही उसे काटा। वह पूरा सरिया सहित मरीज को लेकर भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित निरामय अस्पताल आए। यहां दो घंटे की सर्जरी के बाद सरिया को निकाला जा सका। डाक्टरों का कहना है कि मरीज भाग्यशाली रहा कि सरिया आहार नली या श्वास नली में नहीं घुसा नहीं तो मरीज की जिंदगी को खतरा हो सकता था। इसके अलावा यदि परिजन घायल व्‍यक्‍ति को लाने में देरी करते, तो भी उसकी स्‍थिति बिगड़ सकती थी।

- Install Android App -

अस्पताल के चिकित्सक डा. अखिलेश मोहन लहरी ने बताया कि रायसेन जिले के बाड़ी बरेली के रहने वाले रंजीत को रविवार रात को अस्पताल में लाया गया था। उसकी हालत को देखते हुए रात में ही इमरजेंसी में आपरेशन किया गया। उन्होंने बताया कि मरीज करीब आठ फीट ऊंचाई से गिरा था। इस कारण सरिया इतना ज्यादा घुसा। घर वाले अगर सरिया निकालने की कोशिश करते तो खून का रिसाव होने से मरीज की जान भी जा सकती थी। सर्जरी के दौरान सरिया को बहुत ही सावधानी से निकाला गया है, जिससे और कोई नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि मरीज अब पूरी तरह से खतरे से बाहर है। सर्जरी में डा. दीपा विश्वकर्मा और डा. सुनील रघुवंशी भी शमिल थे।