हरदा। जैसानी चौक पर बिना मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की अनुमति के चल रहे दिव्या आई क्लीनिक मामले की खबर बुधवार को मकड़ाई एक्सप्रेस ने प्रसारित की थी। मामला संज्ञान में आने के तुरंत बाद ही कलेक्टर ऋषि गर्ग ने उक्त मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। उल्लेखनीय है कि यह मामला जहां मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की अनुमति से जुड़ा है। वहीं इस मामले में प्रधानमंत्री आवास राशि के दुरुपयोग व शपथ पत्र से इतर कार्य करने की भी जानकारी मिली है।
इसी मामले में मकान निर्माण के दौरान मेन विद्युत लाइन के पोल को छत व मकान से सटाकर रखा गया है।
अनुमति न होने की दशा में क्लीनिक में होने वाले ऑपरेशन की संख्या व वैधता को लेकर जनचर्चा जारी है।
मालूम हो बुधवार को cmho सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए दिव्या आई क्लीनिक की अनुमति न होने संबंधी जानकारी दी थी।
मकड़ाई एक्सप्रेस ने बीते कल बुधवार को इस खबर को प्रसारित किया था ।
जानिए क्या है मामला –हरदा । पिछले वर्ष सितंबर माह में दिव्य क्लीनिक का कृषि मंत्री कमल पटेल ने फीता काट कर भव्य शुभारंभ किया। इसके बाद इस हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में आंखों के ऑपरेशन भी किये गए। मालूम हो, सरकारी हॉस्पिटल में नेत्र विभाग में प्रभारी चिकित्सक हैं। जो हॉस्पिटल में भी ऑपरेशन करते हैं।
दिव्या क्लीनिक जो कि बीच शहर में जैसानी चौक पर स्थित है । मिली जानकारी में इसी भूखंड पर नगरपालिका परिषद द्वारा प्रधानमंत्री आवास के 3 प्रकरण (ढाई ढाई लाख) स्वीकृत किये गए हैं। भवन स्वामी द्वारा आवास ऊपर किया जाकर नीचे भूतल पर बने बड़े हॉल में क्लीनिक हेतु जगह दी गयी है।
नपा सूत्रों की मानें तो एक ही जगह पर 3 प्रकरण स्वीकृत होना हैरानी की बात है। फिर नियम विरुद्ध तरीके से व्यावसायिक इस्तेमाल होना भी जांच का विषय है। साथ ही दिव्या क्लीनिक के संचालक व भवन मालिक के बीच एग्रीमेंट दस्तावेज इस मामले की असल कहानी उजागर करेंगे।सीएमएचओ ने कहा नहीं है परमिशन –
दिव्या क्लीनिक की परमिशन न होने की जानकारी स्वयं सीएमएचओ द्वारा दी गयी जो स्वयं ऐसी अनुमति जारी करने हेतु प्राधिकृत अधिकारी हैं। ये आश्चर्यजनक है। इस क्लीनिक के शुभारंभ पर सिविल सर्जन भी उपस्थित हुए थे। शुभारंभ कार्यक्रम के फोटो सम्बंधित क्लीनिक के फेसबुक एकाउंट पर उपलब्ध है।
जब परमिशनकर्ता ही परमिशन न होने की बात कहें तो सवाल उठता है कि इस क्लीनिक पर कार्रवाई कौन करेगा ?
इस क्लीनिक पर बने ऑपरेशन थियेटर की अनुमति और उसके लिए बने नियमों का कितना पालन हो रहा है यह तो परमिशन की अनुपलब्धता ही बयां करती है।स्टाफ प्रशिक्षित है या नहीं, मेडिकल स्टोर का संचालन कंपाउंडर द्वारा – इस क्लीनिक पर मौजूद स्टाफ की योग्यता की जानकारी विभाग ही बता सकता है। मिली जानकारी में इस क्लीनिक पर चल रहे मेडिकल का संचालन अप्रशिक्षित कंपाउंडर द्वारा किया जा रहा है।
– केदार पहुंचे हॉस्पिटल, नहीं मिले चिकित्सक –
विगत दिवस किसान कांग्रेस के केदार सिरोही ज़िला चिकित्सालय में दृष्टि परीक्षण हेतु पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें वहां चिकित्सक उपलब्ध न हुए। इमरजेंसी होने पर चिकित्सक के उपलब्ध होने की जानकारी उन्हें दी गयी। केदार सिरोही ने कहा कि सम्बंधित चिकित्सक को आमजन के परीक्षण हेतु पद स्थल पर उपलब्ध होना चाहिए।मिली जानकारी में मंगलवार को डॉ भरत यादव खिरकिया टूर पर थे।
क्या कहना है कलेक्टर का – मामला संज्ञान में आते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच बिंदुओं के आधार पर आगे कार्रवाई की जावेगी।
– ऋषि गर्ग, कलेक्टर, हरदा