मकड़ाई एक्सप्रेस 24 जबलपुर। प्रदेेश के वकीलों का पंजीयन करने वाली संस्था एमपी स्टेट बार कौंसिल ने बढ़ते हुुए फर्जी वकीलों की समस्या को लेकर चिंता जताई है।संस्था के वाइस चेयरमैन आरके सिंह सैनी ने बताया कि इस सिलसिले में स्टेट बार की ओर से सभी जिला अधिवक्ता संघों को पत्र भेजकर दिशा.निर्देश जारी किए गए हैं।
फर्जी वकीलों सेे हमारी साख गिरती
एमपी स्टेट बार कौंसिल ने साफ किया कि जबलपुर सहित राज्य की सभी जिला अदालतों के परिसरों में फर्जी वकीलों की अब खैर नहीं है। मुवक्किलों में वकीलों की गिरती साख की समस्या को गंभीरता से लिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि फर्जी वकीलों के चलते वकालत का पेशा बदनाम हो रहा है। आलम यह है कि हाल ही में ला में एडमीशन लेने वाले युवा भी काला कोट पहन कर कचहरी पहुंच जा रहे है। लिहाजा स्टेट बार ने फर्जी वकीलों के मामलों को लेकर गंभीर रुख अख्तियार करना शुरू कर दिया है।
सैनी ने साफ किया कि ला स्टूडेंट्स की बात तक तो ठीक हैं कि वे पढ़ाई के साथ प्रैक्टिकल भी कर लेना चाहते हैं। समय बचेगा इससे पढ़ाई के साथ समय निकालकर किसी सीनियर के अंडर में वकालत सीखने से उनका मांइड सेट होगा। उन्होने कहा कि पढ़ा लिखा व्यक्ति अभद्रता नहीं करता। ऐसे में जबकि अधिवक्ता समाज को बेहद प्रतिष्ठित माना जाता है। उनके समाज के बीच से अक्सर बवाल की घटनाएं चिंताजनक हैं। कई मर्तबा देखने में आया कि जहां विवाद हुए और उनमें शामिल अधिवक्तागण रजिस्टर्ड नहीं थे। ऐसे लोगों को न्यायालय परिसर से बाहर किया जाए। तय किया गया है कि फर्जी वकीलों को चिंहित करके उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।सैनी ने प्रदेश के समस्त अध्यक्ष व सचिव को पत्र भेजकर अपेक्षा की है कि ऐसे फर्जी अधिवक्ता पर नजर रखें |