ब्रेकिंग
पत्नि की बेवफाई से दुखी पति ने खाया जहर:  जिम जाने के बहाने मकसूद खान से मिलती थी। मौसम बदलाव के साथ मंडी में अनाज भाव पर किसान की नज़र!  जानिए आज 22 मई 2025 मंडी मे अनाज के भाव किसान आक्रोश मोर्चा ने हरदा विधायक, सांसद का पुतला फूंका, किसान बोले , मुंग फसल खरीदी के लिए अभी तक ... Harda news: वार्ड क्रमांक 35 उड़ा में नल कनेक्शन काटे: नगर पालिका ने कई बार दी थी सूचना; जवाब न देने... हंडिया : जिम्मेदारों की घोर लापरवाही ! मां नर्मदा के सड़क घाट की ओर जाने वाले मार्ग पर बिछी कीचड़ की... Big breaking news: टिमरनी: नायब तहसीलदार पटवारी को धमकी देकर रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली वाहन छुड़ाकर... हरदा: कृषि विभाग के संयुक्त दल ने ग्रामीण क्षेत्रों में मूंग फसल का किया निरीक्षण हरदा: महिला मोर्चा द्वारा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वी जन्मजयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया... हंडिया: शराब माफिया ऑटो से भिजवा रहा अवैध शराब: हंडिया पुलिस ने देशी (लाल, सफेद) शराब व बियर के 141 ... सार्वजनिक भीड़ वाले इलाके में गड्डा दे रहा है बड़ी दुर्घटना का संदेश !  कल आ रहे हैं मुख्यमंत्री फि...

BIG News : हास्पिटल में भड़की आग, नवजात वार्ड से 68 बच्चे शिफ्ट किए

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 ग्वालियर (नप्र)। कमलाराजा अस्पताल के एसएनसीयू (स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट) में बुधवार दोपहर शार्ट सर्किट से आग लग गई। स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए अग्निशमन यंत्र से आग पर काबू पाया, लेकिन वार्ड में धुआं भर गया। बिजली सप्लाई भी बंद करना पड़ी। ऐसे में वहां भर्ती 68 बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया है।

- Install Android App -

जेएएच अधीक्षक डा़ आरकेएस धाकड़, बाल एवं शिशुरोग विभाग के एचओडी डा़ अजय गौर ने जांच की बात कही है।एसएनसीयू में दोपहर ढाई बजे स्टाफ की बदली हो रही थी। तभी वार्ड में लगे बिजली के बोर्ड में शार्ट सर्किट हुआ। बोर्ड में आग लग गई। आग देखकर मौजूद स्टाफ ने अग्निशमन यंत्र की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन धुंआ पूरे वार्ड में फैल गया। बिजली सप्लाई बाधित हो गई। स्टाफ ने आनन-फानन में बच्चों की शिफ्टिंग दूसरे वार्ड में की। साथ ही एसएनसीयू की मशीनों को वार्ड से हटाने का काम शुरू कर दिया, जो बच्चे स्वस्थ थे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। हादसे के समय 68 बच्चे भर्ती थे।

शार्ट सर्किट से बोर्ड में आग लगी थी। स्टाफ की सतर्कता से आग पर काबू पा लिया। बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया है। वायरिंग पुरानी हो चुकी है। मशीनों का भार प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वायरिंग बदलने के लिए कई बार पत्राचार किया। प्रस्ताव भेजा, लेकिन कुछ नहीं हुआ। – डा़ अजय गौर, एचओडी,