ब्रेकिंग
बनासकांठा ब्लास्ट : दुर्घटना में हरदा जिले के 8 मजदूर मृत, 3 घायल तथा 2 लापता, कल मृतकों के परिजनो स... हरदा भाजपा मदाधिकारियों  की आगामी कार्यक्रमों को लेकर  कमल कुंज कार्यालय में बैठक हुई सम्पन्न !  आखिर कौन लोग थे जो नहीं चाहते थे डिप्टी सीएम हरदा आएं! कौन थे वे लोग जिन्होंने उप मुख्यमंत्री  राजेन... गुजरात: बनासकांठा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट:  हादसे मे हरदा देवास जिले के 21 मजदूर मृत, 3 घायल तथा 2 ला... हरदा विधायक डॉ. दोगने ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर व्यक्त की शोक संवेदना एवम मृतकों के परिजनों क... हंडिया: पीएम श्री स्कूल में मनाया प्रवेशोत्सव हुआ बच्चों का स्वागत और पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया ग... गुजरात के बनासकांठा में बायलर फटने से 19 मजदूर मृत, हरदा जिले के हंडिया के 9 मजदूरों की मौत की सूचना... हरदा बड़ी खबर: बघेल हॉस्पिटल के डॉक्टर विशाल सिंह बघेल को मिली जमीन में गाड़ देने की धमकी, ओमनी वाहन... मप्र मे अगले 4 दिन में कई जिलों में आँधी,बारिश और ओले गिरने का अलर्ट आखिर कब तक डंपर मालिक प्रशासन का निशाना बनते रहेंगे- सुहाग मल 

Makar Sankranti: पतंगबाजी इंसान और पक्षियों की लेता है जान : प्रतिबंध के बावजूद बिक रहा चायनीज मांझा, बाइक सवार युवक की मौत, कई हुए घायल,

चायनीज मांझे से लोग घायल हो रहे तो सवाल यह है कि आखिर प्रशासन ने क्षेत्र में चाइनीज मांझे की बिक्री और भंडारण पर रोक क्यूं नही लगा पाई जबकि चायनीज मांझा मा.न्यायालय के आदेशानुसार प्रतिबंधित है।

- Install Android App -

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल : मकर संक्रांति का पर्व आज उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। हर त्यौहार खुशिया और उत्साह लेकर आता है जहां वर्ष के प्रारंभ के साथ ही मकर सक्रांति का पर्व तिल गुड़ की मिठास  और भगवान सूर्य की उपासना पवित्र नदियों स्नान दान दक्षिणा के साथ मनाया जा रहा है, तो इसी पर्व से जुड़ी एक प्रथा ने लोगो को दुखी भी कर रखा वह है पतंगबाजी।
इस त्यौहार पर लोग उत्साह और खुशी में पतंग उड़ाते है यह कोई गलत भी नही है बताते है इंसान के दुर्भाग्य और बुरी नजर इस पतंग के सहारे आसमान में चली जाती हैं | इसलिए पतंग उड़ाना अच्छी बात है मगर ये नुकसानदायक तब हो जाती है जब इसको उड़ाने के लिए लोग चायनीज मांझे का उपयोग करते है और चायनीज मांजे में पतंग इसलिए उड़ाते है ताकि दूसरो की पतंग को काट सकें। इसके चक्कर में कई इंसान और पक्षी अपनी जान गवा देते है।
ज्ञात हो कि पूर्व में सरकार ने इस मांझे के प्रयोग को प्रतिबंधित कर रखा है। इस मांजे के कारण कई लोग की जान जा चुकी हैं कोई वाहन से जा रहा है अचानक उसके सामने पतंग आ जाती है और मांझा गले में फंस जाता है जिससे लोग घायल हो जाते है। आसमान में पतंग उड़ते समय कई पक्षी भी चायनीज मांझे से घायल हो जाते है।राह चलते लोगो के लिए भी नुकसान दायक है।
अब यक्ष प्रश्न यह है कि इस चायनीज मांझे को कौन सप्लाई कर रहा हैं और स्थानीय स्तर पर पतंग विक्रेताओं पर अब तक कार्यवाही क्यूं नही की गई। स्थानीय प्रशासन को मालूम है कि मकर संक्राति के दिन लोग पतंग उड़ायेगें तो पहले ही चायनीज मांझे पर पतंग विक्रेता को समझाईश देनी चाहिए मगर प्रशासन की लापरवाही भी सामने आती हैं और कुछ रुपयों के लालच में आकर इसे बेच रहे है।

मीडिया सूत्रों के अनुसार धार में रविवार की शाम चाइनीज मांझे से बाइक पर बैठा कनिष्क पुत्र विनोद चौहान निवासी लुनियापुरा चपेट आ गई उसकी गर्दन कटने से उसकी मौत हो गई। वही मंगलवार की शाम को छिंदवाड़ा में सिवनी रोड पर थाने के पास बाइक सवार सतीश यादव का गला चाइनीज मांझे से बुरी तरह कटने से युवक घायल हो गया। 20 दिसंबर को पटाखा गोदाम के पास बाइक सवार युवक का गला चाइनीज मांझे से कट गया था। दूसरे के चेहरे पर घाव लगा था।इस प्रकार की घटनाएं सामने आने के बाद भी स्थानीय प्रशासन को सख्त कार्यवाही करनी ही चाहिए।ऐसा नही होने पर और न जाने कितने लोगो के गले यह चायनीज मांझा काटता रहेगा।