हरदा-सिराली । सिराली पुलिस द्वारा आदिवासियों की मानव सुधार पट्टा से पिटाई और अमर्यादित बोल वचन से घबराए आदिवासी शंकर ने एसपी को बीते कल आवेदन देकर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।
मालूम हो, मप्र के मुख्यमंत्री द्वारा बेलगाम अधिकारियों के अभद्र व्यवहार को लेकर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। जो प्रशंसनीय है।
उम्मीद है कि इस शिकायत भी कार्रवाई होकर आदिवासी को न्याय मिलेगा।
इधर सिराली टीआई ने इस मामले में शिकायत मिलने पर जांच की बात कही है।
क्या है शंकर की शिकायत –
प्रति
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय
महोदय जी
मैं आवेदक शंकर कोरकू पिता सालकराम जी कोरकू ग्राम भवरवानी, पोस्ट मकडाई, तहसील सिराली जिला हरदा का निवासी हूँ,।
महोदय जी।
दिनांक 17/02/2024 को मेरे गांव में सुनील गौर के द्वारा खबर भेजकर मुझे दिनांक 18/02/2024 को पुलिस थाना सिराली बुलवाया था।, मैं दिनांक 18/02/2024 को पुलिस थाना सिराली गया था वहा पुलिस अधिकारी/कर्मचारी सुनील गौर के द्वारा मुझसे कहा गया कि तेरे लड़के ने सुभाष ने रामचंद्र यादव की लड़की ,,,,, को कहा भगा कर ले गया है ।
मुझे बता दे तो मैने उनसे कहा कि साहब मुझे नही पता की कहा भगा कर ले गया है ।
मेरा लड़का दो चार दिन से घर नहीं है ।
और उसका मोबाईल भी बंद आ रहा है इस पर उनके द्वारा मुझसे कहा गया कि तेरे पास दो दिन का समय है।
तू चुपचाप से तेरे लड़के को थाने ले आना अगर तूने तेरे लड़के को थाने नहीं लाया तो मैं तुझे इतना मार मारूगा की तेरी जिंदगी भर तू याद रखेगा, तूने अभी पुलिस की मार देखी नहीं है। मैं उनकी बात से बहुत डर गया। में अपने घर भवरवानी आ गया मैने मेरे लड़के को ढूढने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह नहीं मिला।
इसके बाद मुझे दिनांक 20/02/2024 को फिर से पुलिस अधिकारी/कर्मचारी सुनील गौर के द्वारा पुलिस थाना सिराली बुलाया गया मैं अपने घर से पुलिस थाना सिराली के लिये निकला मै ग्राम ढक्कन खाली बेरियर तक पहुचा वहा पर मुझे सुनील गौर मोटर सायकिल से मिले उनके साथ एक आदमी और बैठा हुआ था वह भी पुलिस वाला था, उन्होने मुझे अपनी मोटर सायकिल पर ही बैठाकर पुलिस थाना सिराली ले गये और मुझे पुलिस थाना सिराली के अंदर ले गये और वहा बने एक कमरे में मुझे बंद कर दिया और मेरे साथ एक पटटे / बेल्ट से मारपीट करने लगे वह मुझे कह रहे थे कि मा,,, कोरकू ज्यादा होशियार बनता है तु पुलिस से तेज चलता है तेरी मां की ,,,, तू तेरी औलाद को दूड कर नहीं ला रहा है तेरी मां ,,,,आज तुझे जान से खतम कर दूंगा अगर तूने तेरे लड़के बारे में सही सही नही बताया कि वह कहा है और वह यह कहते हुये।
मेरे साथ मारपीट कर रहे थे और यह भी कह रहे थे कि मैं जिससे तुझे मार रहा हूँ यह मानव सुधार पटटा है।
इससे मैने अच्छे अच्छे तीस मार खां को सुधारा है तू क्या तेरा बाप भी बोलेगा और तू इस मार से नहीं बोला तो शाम को तुझे करंट लगवाउगा, करंट के तार पर मुतवाउगा, तेरी गा,,, मे पुलिस का चार फिट का डंडा चला दूगा। जव मुझे गंदी गंदी गालिया देते हुये मारपीट कर रहे थे उस समय थाने में कई लोग मोजूद थे जिनके सामने सुनील गौर ने मुझसे मारपीट करते हुये जाति सूचक शब्द बोलते हुये गंदी गंदी गालिया दे रहे थे।
इसके बाद मुझे सुनील गौर के द्वारा 6.30 बजे छोड दिया और कहा कि तेरे पास दो दिन का समय है अगर तूने तेरी शकर तेरी औलाद को दो दिन में मेरे हवाले नहीं किया तो इस बार मैं तुझे पुलिस जीप पर बांधकर तुझे तेरे गांव से घीसकर लाउगा तेरे गांव के सामने जुलूस निकालूगा, मैं सुनील गौर के द्वारा दी गई धमकी से बहुत ज्यादा डर गया था इसलिये मैने अभी तक सुनील गौर के खिलाफ शिकायत नहीं की थी।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि मेरे साथ जाति सूचक शब्द बोलते हुये गंदी गंदी गालिया देकर अवैधानिक गिरफ्तारी कर, पुलिस कस्टडी में मारपीट कर जान से मारने की धमकी देने वाले पुलिस थाना सिराली में पदस्थ अधिकारी / कर्मचारी सुनील गौर के विरुद्ध प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज कर उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलवाते हुए मुझ गरीब आदिवासी को न्याय दिलवाये जाने की कृपा करे।
दिनांक- 21/02/2024
आवेदक शंकर
क्या कहना है इनका –
◆ इस संबंध में जयस जिला अध्यक्ष राकेश काकोडिया ने कहा की मेरे संज्ञान में मामला है। सिराली थाने में पूर्व में भी आदिवासी समाज के लोगो के साथ ऐसी घटनाए हो चुकी। में पुलिस अधीक्षक से मांग करता हु। की उक्त पुलिस कर्मी पर दो दिन के अंदर कार्यवाही नही होती है। तो हम लोग आंदोलन करने को बाध्य होगे। जिसकी सारी जबाबदरी प्रशासन की होगी।
◆ इनका कहना है।
पूछताछ के लिए शंकर को बुलाया था। उसके लड़के पर एक लड़की को भगाकर ले जाने का आरोप था। पुलिस कर्मी के द्वारा मारपीट जेसी कोई बात नही है। फिर भी शिकायत मिलेगी तो जांच करवाएंगे।
अमित कुमार भावसार टी आई सिराली