मकड़ाई एक्सप्रेस 24 जबलपुर : जबलपुर का कोई अर्थ नही है, मां नर्मदा तट पर जाबलि ऋषि की यह तपोभूमि है| इसलिए अब जाबालिपुरम के नाम से जाना जायेगा। इसके लिए पूर्व में तात्कालीन महापौर सुशीला सिंह के कार्यकाल में 2007 में भी पार्षद के रुप में प्रस्ताव दिया था। यह बात महापौर जगत बहादूर सिंह अन्नू ने कही। उन्होने कहा कि जाबालिपुरम नामकरण के लिए मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव से आग्रह किया जायेगा। इस प्रयास से जबलपुर का अध्यात्मिक गौरव लौटेगा और देश के मानचित्र पर नजर आयेगा। नगर निगम जबलपुर की मेयर काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया। ज्ञात हो कि जबलपुर अपने पुरातात्विक और धार्मिक इतिहास के लिए जाना जाता हैं। यहां पर भेड़ाघाट पर धुंआधार बहुत ही आर्कषण का केंद्र हैं जहां सैंकड़ो नीचे नर्मदा का पानी गिरता है जिससे यहां पर पानी की बुंदे धुंए जैसी नजर आती हैं। जो भी लोग जबलपुर आते हैं अवश्य भेड़ाघाट जाते है। यही से लोग संगमरमर की मूर्तियां भी खरीदते है।
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