ब्रेकिंग
Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे हंडिया : भारतीय सेना के शौर्य और वीरता के सम्मान में निकाली गई तिरंगा यात्रा, हंडिया : सिनर्जी संस्थान के तत्वावधान में आयोजित की गई स्टेकहोल्डर बैठक: युवाओं ने रखे अपने विचार सिराली: आदिवासी किसान ने अनाज व्यापारी पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप, मंडी सचिव से की शिकायत, जाने गेहूं... शूटिंग सिखाने के बहाने मोहसिन हिन्दू लड़कियों से करता था गंदी हरकत: पुलिस को मोहसिन के मोबाइल में मि... Big breaking news: टिमरनी: करताना पुलिस ने पांच रेत माफियाओं को गिरफ्तार किया, भेजा जेल, दो ट्रेक्टर... मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और करोड़ों के कार्यों का भूमिपूजन किया: सिव... भारत के वीर सैनिकों के सम्मान में निकली तिरंगा यात्रा प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव हुए शामिल पत्नि की बेवफाई से दुखी पति ने खाया जहर:  जिम जाने के बहाने मकसूद खान से मिलती थी। मौसम बदलाव के साथ मंडी में अनाज भाव पर किसान की नज़र!  जानिए आज 22 मई 2025 मंडी मे अनाज के भाव

भगवान शिव पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर भड़का संत समाज ! अनिरुद्धाचार्य ने मांगी माफी बच्चो से गलती हो जाती

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 मथुरा। कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य द्वारा भगवान शिव पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद साधु-संतों आक्रोशित हो गए।सभी साधु-संतों ने एकत्रित होकर मथुरा एसएसपी को ज्ञापन देकर कार्रवाई करने की की मांग की।

वृंदावन के प्रसिद्ध कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने भगवान शिव को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।जिसमें कथावाचक अनिरुद्धाचार्य द्वारा कहा गया कि भगवान कृष्ण का विवाह उज्जैन में हुआ था इसलिए भगवान शिव कृष्ण के साल हुए। इस आपत्तिजनक टिप्पणी के सामने आने के बाद परम ज्ञान आश्रम के साधु संतों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर एसपी को एक ज्ञापन दिया। जिसमें इस कथा पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की गई, साधु संतों का कहना था कि सनातन संस्कृति को अपमान करने वाले तथाकथित लोगों का हर संभव विरोध किया जाएगा।

- Install Android App -

गलती तो बच्चो से हो जाती – अनिरुद्धाचार्य

संतों का नेतृत्व कर रहे चिरंजीव अखाड़ा के आनंद पुरी का कहना था कि पूर्व में भी कुछ लोगों द्वारा सनातन धर्म को लेकर अपमान जनक टिप्पणी की गई है. जिससे हिंदू धर्म से जुड़े लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचती है, इस विरोध के सामने आते ही अनिरुद्धाचार्य ने संत समाज से माफी मांगते हुए कहा कि अगर संतों द्वारा जो बात कही जा रही है। मैंने इस तरह की कोई बात नहीं कही है। यदि मेरी वाणी से संतों का दिल दुखा है तो मैं उन संतो के चरणों में अपना मस्तक रखकर करोड़ों-करोड़ों बार क्षमा प्रार्थना करता हूं। हम आपके बच्चे हैं गलती तो बच्चे ही करते हैं और मेरी वाणी से किसी भक्त का संतजन का दिल दुखा हो तो मैं उनसे करोड़ों-करोड़ों बार माफी मांगता हूं।