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फेफड़ों में 65 प्रतिशत संक्रमण के बाद 92 वर्षीय दादी ने कोरोना को हराया

MAKDAI SAMACHAR इंदौर। मंदसौर जिले के भानपुरा के डा. आरएम सोजतिया की 92 वर्षीय पत्नी धैर्य प्रभा सोजतिया पिछले कई वर्षो से इंदौर में बेटे, पोतों और परपोतों के साथ रह रही है। 23 अप्रैल को धैर्य प्रभा सोजतिया की कोविड रिपोर्ट पाजिटिव आई लेकिन उन्हें कोई लक्षण नहीं थे। इसके बाद परिजनों ने उन्हें अरबिंदो अस्पताल परिसर स्थित मोहक हाई टेक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया। सिटी स्कैन में पता चला कि उनके फेफड़ों में 65 प्रतिशत तक संक्रमण है।

इलाज के दौरान उन्हें रेमडेसिवीर और इम्युनिटी बढ़ाने के इंजेक्शन भी लगे। इसके अलावा उनकी तीन बार फिजियोथेरेपी होती थी। उनमें आत्मविश्वास इस कदर था कि छह दिन बाद जब उनका सिटी स्कैन करवाया गया तो संक्रमण काफी नियंत्रित हो गया।

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वे चल नहीं पाती थी, इस वजह से अस्पताल का स्टाफ उन्हें व्हील चेयर पर घुमाता था। इसके परिजनों से विडियो कॉल पर बात करवाई जाती थी। वे 4 मई को स्वस्थ होकर कोरोना को हरा अस्पताल से डिस्चार्ज हुई और रविवार मदर्स डे पर अपने परिवार के साथ सेलिब्रेट किया। धैर्य प्रभा सोजतिया का कहना है कि किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के बाद घबराना नहीं चाहिए और चिकित्सकों की सलाह लेकर इलाज करे तो जल्द स्वस्थ्य होंगे। जिस तरह 92 वर्ष की उम्र मैंने कोरोना का हराया वैसे अन्य लोग भी कोरोना को हरा सकते है।