ब्रेकिंग
हंडिया: बैशाख मास की सत्तू अमावस्या पर हजारों श्रद्धालुओं ने किया नर्मदा स्नान!  जलस्तर की कमी से श्... श्री परशुराम सेना मध्यप्रदेश हंडिया तहसील अध्यक्ष मयंक तिवारी बने!  हरदा: भा.ज.पा. सरकार पार्षदों के अधिकार कुचल रही है, लोकतंत्र की हत्या कर रही है!   नगर पालिका अध्यक... नर्मदा नदी : आओ मिलकर जीवन दायिनी मां नर्मदा को स्वच्छ सुंदर रखे, स्नान करते समय साबुन शैंपू का उपयो... MP में प्राइवेट स्कूल में बच्चों का FREE Admission! MP RTE Admission 2025-26 का पूरा शेड्यूल जारी, ज... PM Kisan की 20वीं किस्त इस तारीख को खाते में? ₹2000 के लिए फ़ौरन चेक करें PM Kisan Gramin Beneficiary... हरदा: चोरी की बाइक के साथ पकड़ाया आदतन बदमाश , आरोपी पर भोपाल, सीहोर थाना क्षेत्र में कई केस दर्ज हंडिया: नर्मदा नदी में स्नान करते समय एक मासूम डूबा ,हुई मौत, मां का रो रोकर बुरा हाल सामूहिक विवाह सम्मेलन संपन्न -मध्यप्रदेश बिश्नोई समाज का 34 वा सामुहिक विवाह सम्मेलन श्री जम्भेश्वर ... हरदा: जिला और ब्लॉक स्तर पर ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर 1 मई से आयोजित होंगे

पंचकोशी यात्रा : नर्मदे हर के जयकारों के साथ पंचकोशी यात्रा का आगाज..

यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का प्रथम पड़ाव बिजलगांव

अनिल उपाध्याय खातेगॉव/नेमावर। शनिवार अल सुबह पंच कोशी यात्रा का आगाज नर्मदा के नाभि स्थल से हुआ। अल सुबह सुबह से ही श्रद्धालुओं ने शीतल जल में स्नान कर नर्मदे हर के जयकारो के साथ निकले इस दौरान श्रद्धालुओं की मां नर्मदा के प्रति सच्ची आस्था की पराकाष्ठा देखाई दी। दरअसल नेमावर से 125 किमी की मां नर्मदा की लघु पंचकोशी परिक्रमा के लिए शनिवार को भक्तों ने माँ नर्मदा की कढ़ाई प्रसादी कर चिन्मयधाम आश्रम में सन्त विठ्ठालरामसी महाराज के सानिध्य में ध्वज पूजा कर भक्त माँ नर्मदा की 125 किमी लम्बी लघु परिक्रमा के लिए नेमावर नाभितीर्थ से निकले।

- Install Android App -

यात्रा नेमावर से आरम्भ हो कर कुण्डगॉंव, देय्यत, करोंद, चीचली होते हुए प्रथम पड़ाव स्थल बिजलगांव पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम व रात्रि जागरण कर रविवार सुबह माँ की पूजा अर्चना कर नाव से नर्मदा नदी पार कर हरदा जिले में प्रवेश करेगी। देवास जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों के लिए बिजलगांव में रात्रि विश्राम व नर्मदा नदी पार किए जाने हेतु समुचित व्यवस्थाएं जुटाई गई है। पुलिस प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा के लिए तैराक दल को भी नियुक्त कर रखा है। यात्रियों के पड़ाव स्थलों पर पानी, प्रकाश का भी प्रबन्ध किया गया।

विगत 3 वर्षों से कोरोना की काली छाया के कारण यह यात्रा स्थगित थी। इस बार प्रतिबन्ध के हटते ही इस पंचकोशी यात्रा के लिए जनसमूह उमड़ पड़ा। करीब 30 हजार भक्तों ने इस यात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज की है।