मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोेपाल | क्राइम ब्रांच ने एक दवा कारोबारी की शिकायत पर अस्पताल के डाक्टर पर धोखाधड़ी की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर ली है। आरोपित ने अस्पताल खोलने के बाद उसमें मेडिकल स्टोर खुलवाने का झांसा देकर पीड़ित से 11.65 लाख रुपये ले लिए थे। रुपये लेने के दो साल बाद भी अस्पताल नहीं बना तो पीड़ित ने रुपये वापस मांगे। पहले तो आरोपित टालमटोल करता रहा, बाद में रुपये देने से मना कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच थाना में की थी। आवेदन की जांच के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
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क्राइम ब्रांच के मुताबिक पिपलानी निवासी विकास बिलथरे दवा का काम करते हैं। वर्ष 2021 में उनकी मुलाकात सिकंदराबाद रातीबड़ निवासी डा. सजहर अंसारी से हुई थी। डाक्टर ने उन्हें बताया कि वह फंदा खजूरी में नेशनल नाम से अस्पताल खोलने जा रहे हैं। इस अस्पताल में दो मेडिकल स्टोर की दुकानें भी रहेंगी, जिन्हें संचालित करने वाले की तलाश है। विकास ने कहा मुझे यह दुकानें दे दो, मैं मेडिकल स्टोर संचालित कर लूंगा। इस पर डाक्टर अंसारी ने कहा कि दोनों दुकान मैं दे सकता हूं, लेकिन इसके लिए कुछ रुपये अस्पताल निर्माण में निवेश करने होंगे। डाक्टर अंसारी ने मेडिकल स्टोर की दुकानों का लालच देकर विकास से एक फरवरी 2021 को 11.65 लाख रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद आज तक फंदा खजूरी में अस्पताल नहीं बना\