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बीएड कोर्स में बड़ा बदलाव अब सिर्फ 1 साल में बन सकते हैं शिक्षक! जानिए नई शिक्षा नीति के तहत क्या है योजना

दोस्तों, अगर आप शिक्षक बनने का सपना देखते हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत बीएड कोर्स में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। अब बीएड का कोर्स सिर्फ 1 साल का होगा, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें होंगी। ये नई व्यवस्था 2025 से लागू होगी। चलिए, आपको विस्तार से समझाते हैं कि आखिर ये बदलाव आपके लिए क्यों जरूरी है और इसमें क्या कुछ नया होगा।

क्या होगा 1 साल का बीएड कोर्स?

जो छात्र 4 वर्षीय स्नातक (BA, BSc, BCom) या मास्टर डिग्री (MA, MSc, MCom) पूरी कर चुके हैं, उनके लिए बीएड कोर्स अब सिर्फ 1 साल का होगा यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा, जो ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन के बाद शिक्षक बनना चाहते हैं इससे समय की बचत होगी और शिक्षक बनने की प्रक्रिया तेज और आसान होगी।

2 साल का बीएड कोर्स भी रहेगा जारी

जो छात्र 3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम (जैसे BA, BSc, BCom) कर रहे हैं या कर चुके हैं, उनके लिए बीएड का कोर्स अभी भी 2 साल का रहेगा।

4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स

दोस्तों, अब बात करते हैं उन छात्रों की जो 12वीं के बाद ही शिक्षक बनने का सपना देखते हैं।

  • 2023 में BA-BEd, BSc-BEd, BCom-BEd जैसे 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स शुरू किए गए थे।
  • 2025 से इन कोर्स में शारीरिक शिक्षा, कला शिक्षा, योग शिक्षा और संस्कृत शिक्षा जैसे नए विषय जोड़े जाएंगे।
  • अब 12वीं के बाद सीधे इन कोर्स में दाखिला लेकर शिक्षक बनने का सपना पूरा किया जा सकता है।

फर्जी कॉलेजों पर सख्ती

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बीएड कोर्स में हो रहे इन बदलावों के साथ-साथ फर्जी बीएड कॉलेजों पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने इस पर रोक लगाने के लिए सख्त नियम तैयार किए हैं। अब केवल मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही शिक्षक प्रशिक्षण किया जा सकेगा।

टीईटी के नियम भी बदलेंगे

टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) के नियमों में भी बदलाव की तैयारी चल रही है। इन बदलावों का मकसद बेहतर और योग्य शिक्षक तैयार करना है। नए मापदंड छात्रों और शिक्षक उम्मीदवारों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे।

नई व्यवस्था कब तक लागू होगी?

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने 2027 तक इस नई व्यवस्था को पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य रखा है। 2025 से नए नियमों के तहत 1 साल और 4 साल के कोर्स शुरू हो जाएंगे। पहले बैच के इंटीग्रेटेड कोर्स के पूरा होने तक सभी नियम प्रभावी हो जाएंगे।

नए प्रारूप के फायदे

  • 1 साल का कोर्स उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए एक बड़ा वरदान साबित होगा।
  • 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स से 12वीं के बाद ही छात्रों को शिक्षक बनने का सुनहरा मौका मिलेगा।
  • नए विषयों के जुड़ने से शिक्षा प्रणाली और शिक्षक दोनों की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है। अगर आप 12वीं के बाद शिक्षक बनना चाहते हैं, तो 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स को चुनें। अगर आपने ग्रेजुएशन या पोस्टग्रेजुएशन कर ली है, तो 1 साल का बीएड कोर्स आपके लिए बेस्ट रहेगा। अपने करियर की शुरुआत के लिए मान्यता प्राप्त कॉलेज का ही चयन करें।

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