मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में बिधाननगर दक्षिण थाने में कौशिक साहा नामक व्यक्ति ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 कोलकाता।अभिनेता और भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है पुलिस मामले की जांच कर रही है।
क्या शिकायत है
शिकायतकर्ता कौशिक ने कहा कि मिथुन ने गत 27 अक्टूबर को साल्टलेक इलाके में भाजपा के सदस्यता अभियान के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भड़काऊ बयान दिया था। इससे सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ सकता है।
क्या कहा था मिथुन चक्रवर्ती ने
कौशिक साल्टलेक इलाके के निवासी हैं। प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की है। मालूम हो कि मिथुन ने सदस्यता अभियान के दौरान सार्वजनिक तौर पर कहा था,”मैं आज अभिनेता के तौर पर नहीं, बल्कि साठ के दशक का मिथुन चक्रवर्ती बोल रहा हूं। मैंने खून की राजनीति की है इसलिए राजनीति के दांवपेंच मेरे लिए नए नहीं हैं। मुझे पता है कि कौन सा कदम उठाने से क्या काम होगा। मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने कह रहा हूं कि इसके लिए जो भी जरूरी होगा, सब करूंगा। कुछ भी यानी कुछ भी..
किस बयान से थे नाराज
मिथुन ने आगे कहा था,”यहां के एक नेता ने कहा था कि हिदुओं को काटकर भागीरथी में बहा देंगे। मैंने सोचा था कि मुख्यमंत्री उसे कुछ कहेंगी, पर कुछ नहीं कहा, लेकिन मैं कह रहा हूं कि तुम्हें (उक्त नेता) तुम्हारी जमीन में गाड़ दूंगा।”
मिथुन दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित है, ममता उन्हे फंसा रही-मजूमदार
केंद्रीय राज्य मंत्री व बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप को आधारहीन बताते हुए कहा कि मिथुन चक्रवर्ती को हाल में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के अवार्ड से नवाजा गया है। वे सिर्फ बंगाल नहीं, बल्कि भारतीय फिल्म जगत का एक उज्ज्वल चेहरा हैं।
भारतीय सिनेमा में उनका असीम योगदान है।राजनीतिक शत्रुता के लिए बंगाल की क्रूर, विफल व जनता से दूर हो चुकीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें मिथ्या आरोपों में फंसाने का प्रयास कर रही हैं।