गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर के खराब स्वास्थ्य को लेकर राज्य में राजनीतिक उठापटक चल रही है। पार्रिकर की तबीयत खराब होने के बाद से राज्य में सरकार बनाने के लिए कोशिश शुरू कर दी है। वहीं इसी बीच भाजपा नेता ने दावा किया कि गोवा के मुख्यमंत्री त्यागपत्र देना चाहते थे लेकिन पार्टी के आला कमान ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।
गोवा फारवर्ड पार्टी के प्रमुख और राज्य के कृषि मंत्री विजय सरदेसाई ने बताया कि पार्रिकर मुख्यमंत्री पद छोडऩा चाहते थे। जब वह गणेश चतुर्थी पर्व पर अस्पताल में भर्ती हुये तो उन्होंने अपने सभी मंत्रालय अन्य मंत्रियों को सौंपने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन उसके बाद कई चीजें हुईं। भाजपा आलाकमान ने इसमें हस्तक्षेप किया। त्यागपत्र देना या न देना पूरी तरह से पार्रिकर के हाथ में नहीं था।
बता दें कि पार्रिकर अग्नेयाशय की बीमारी से पीड़ित हैं और नई दिल्ली के एम्स से उन्हें 14 अक्टूबर को छुट्टी दी गई थी तब से वे घर पर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। एक सवाल के जबाव में सरदेसाई ने स्वीकार किया कि सरकार के कामकाज पर र्पिरकर की खराब सेहत का असर पड़ा है।
गौरतलब है कि विपक्ष लगातार मनोहर पर्रिकर के स्वास्थय संबंधी विषयों पर हमलावर है। असल में चुनाव के पश्चात गोवा में किसी राज्य को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। राज्य में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस ने जीती थी। लेकिन फिलहाल प्रदेश में बीजेपी की सरकार है। क्योंकि बीजेपी ने राज्यपाल के जाकर पहले ही सरकार गठित करने का आदेश दिया गया।