हरदा। नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर श्री के.जी. तिवारी का बुधवार को हरदा आगमन हुआ। इस दौरान कलेक्टर श्री आदित्य सिंह उन्हें बताया कि हरदा जिले में प्रारम्भ हृदय अभियान की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। कमिश्नर श्री तिवारी ने हृदय अभियान की उपलब्धियों की सराहना की। कलेक्टर श्री सिंह ने कमिश्नर श्री तिवारी को बताया कि जिले के दूरस्थ आदिवासी बहुल जिन 59 ग्रामों में कुपोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा के इंडीकेटर ठीक नहीं थे, वहां महिला बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के माध्यम से इन ग्रामों में विस्तृत सर्वे कराया गया और हितग्राही चिन्हित किए गए।
169 बच्चों का पोषण स्तर सुधरा, कुपोषित बच्चों को अब दिया जा रहा है ताजा दूध।
कलेक्टर श्री सिंह ने कमिश्नर श्री तिवारी को बताया कि सर्वे के दौरान इन दूरस्थ आदिवासी बहुल ग्रामों में कुल 225 बच्चे कुपोषित पाए गए। इन बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से फ्लेवर्ड व स्वादिष्ट मोरिंगा पावडर व मिल्क पावडर का सेवन कराया गया, जिससे कुछ ही दिनों में 169 बच्चों की ग्रेड में सुधार हो गया है। अब इन बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों में मिल्क पावडर के स्थान पर ताजा दूध उपलब्ध कराने की व्यवस्था कर दी गई है।
562 शाला त्यागी बच्चों को शालाओं में पुनः प्रवेश दिलाया, 93 बच्चों का टीकाकरण किया।
इसी तरह सर्वे के दौरान 100 हाई रिस्क गर्भवती महिलाएं चिन्हित की गईं। इन सभी का विस्तृत स्वास्थ्य परीक्षण व टीकाकरण कराया गया तथा एनिमिया पीड़ित महिलाओं को आयरन व फोलिक एसिड की टेबलेट दी गई और इनका नियमित फालोअप जारी है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि सर्वे के दौरान 93 बच्चे ऐसे मिले जो टीकाकरण से छूट गये थे। इन सभी बच्चों का टीकाकरण करा दिया गया है। उन्होने बताया कि इन 59 ग्रामों में कुल 1752 शाला त्यागी बच्चे भी पाए गए, इनमें से कुल 562 बच्चों को शालाओं में पुनः प्रवेश दिला दिया गया है।