कांग्रेस ने राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के जाति प्रमाण पत्र पर सवाल उठाते हुए प्रतिमा बागरी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की।कार्यवाही न होने की दशा मे सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल। नेताओ के जाति को लेकर सवाल खड़े होना कोई नई बात नही है इस से पूर्व अजित जोगी और हरदा बैतूल की पूर्व सासद ज्योति धुर्वे और भी कई पर जाति को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगे है। अभी कॉंग्रेस ने मध्य प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के जाति प्रमाण पत्र पर ने सवाल उठाए हैं।
क्या कहना है कांग्रेस का
मध्य प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुए पत्रकार वार्ता बुलाकर कहा कि 2003 में राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए थे कि बुंदेलखंड, महाकोशल और विंध्य क्षेत्र में रहने वाले राजपूत बागरी समाज के लोगों को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र जारी न किया। राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सतना जिले के जिस रैगांव विधानसभा का प्रतिनिधित्व करती हैं, वह अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सुरक्षित है, लेकिन बुंदेलखंड, महाकौशल और विंध्य क्षेत्र में रहने वाले बागरी जाति के लोग मूल रूप से ठाकुर (राजपूत) समुदाय से आते हैं।
कार्यवाही नही की तो लेंगे न्यायालय की शरण
राज्य स्तरीय छानबीन समिति और भारत सरकार भी इस संबंध में स्थिति स्पष्ट कर चुकी है। इसके बाद भी प्रतिमा ने अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर जांच कराने और कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार इस मामले की जांच करके कार्रवाई नहीं की तो न्यायालय की शरण ली जाएगी।
इस मामले मे राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का कहना कॉंग्रेस भी पूर्व मे इसी सीट से बागरी समाज के व्यक्ति को सीट देती आई तब आपत्ति क्यू नही ली। अपना इतिहास उठाकर देख ले पहले।