ब्रेकिंग
गुरु पूर्णिमा हमारे अज्ञान को दूर करने वाले शिक्षकों के सम्मान में मनाई जाती है।- ज्योतिष गुरू पंडित... घोर कलयुग : मां के साथ बेटे ने की धोखाधड़ी, खाते से निकाले 5 लाख रुपए , मां की शिकायत पर थाने में बे... Live today: नर्मदा नदी उफान पर मां नर्मदा का रौद्र रूप देखे। हंडिया और नेमावर घाट से लापरवाही अनदेखी : प्रशासन पर भारी ठेकेदार नर्मदा नदी में बाढ़ के बाद भी ठेकेदार चला रहा है नाव, हो स... नर्मदा नदी : एसडीएम परिहार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया ! पटवारी सचिव और कोटवार को सतत ... आज भारत बंद है: देश भर मे 9 जुलाई बुधवार को बैंकिंग, इंश्योरेंस, डाक सेवा, कोयला खनन और निर्माण क्षे... बोवनी खराब होने पर मिलती है फसल बीमा राशि Aaj ka rashifal: आज दिनांक 9 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे घोर कलयुग ! जमीन के टुकड़े के लिए भाई भाई का बना दुश्मन, रिटायर्ड आईएएस भाई पर जमीन हड़पने का लगा आर... सिवनी मालवा: बारिश ने खोली नगरपालिका की पोल, नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहा ! सड़कों पर फैला पान...

Crime news: फ्लैट बेचने के नाम पर दो दर्जन लोगों से लाखों की धोखाधड़ी, पीड़ितों ने रेरा में की शिकायत।

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 बिलासपुर। श्री सिद्धिविनायक हाइट्स मोपका के पार्टनर पर 23 लोगों ने फ्लैट बेचने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। बिल्डर फ्लैट उपलब्ध करवाने के नाम पर कई सालों से घुमा रहे हैं। पीड़ितों ने इसकी शिकायत रेरा में की है। रेरा में मामले की सुनवाई शुरू कर दी है।शुक्रवार को पीड़ित हितग्राही वीर कुमार जैन, मनीष सोबित, सुयश दांडेकर, अमित कुमार अरोरा ने आरोप लगाया है कि राजकिशोर नगर में श्री सिद्धीविनायक अपार्टमेंट है। वहां श्री सिद्धिविनायक बिल्डकान, पार्टनरशिप फर्म के संजय सुल्तानिया, मीनाक्षी इन्टरप्राइजेस तिफरा ओम रानी कुटी, रोहणी विहार बिलासपुर, रुचि अग्रवाल के पति स्व विजय अग्रवाल क्रांति नगर द्वारा साल 2017 में सिद्धीविनायक हाईट्स के नाम से 42 फ्लैट का निर्माण कार्य राजकिशोर नगर ओम गार्डन के पीछे प्रारंभ कराया गया।

- Install Android App -

उपभोक्ताओं से लिखित एग्रीमेंट करके वादा किया कि दो वर्ष में सभी सुविधाओं के साथ फ्लैट हेंडओवर कर दिया जाएगा। इसमें दो लिफ्ट, गार्डन, मंदिर, बाउड्रीवाल, ट्रांसफार्मर आदि का उल्लेख प्रिंटेड ब्रोशर में उपलब्ध कराया गया। लेकिन, आज तक तक न ही उपभोक्ताओं को फ्लैट सौंपा गया और न ही कार्य कराया जा रहा है। 23 उपभोक्तओं को फ्लैट की रजिस्ट्री करने के बाद उनकी गाढ़ी कमाई का करोड़ों रुपये बिल्डर्स ने हड़प लिया है। पूछताछ करने पर कोई भी पार्टनर संतोषप्रद जवाब नहीं देते हैं।

रेरा की ओर से आदेश 21 जून को सुनाया गया। दोनों पार्टनर को यह तीन माह के भीतर सभी उपभोक्ताओं को फ्लैट देने या ब्याज सहित उपभोक्ताओं की राशि वापस करने का आदेश दिया गया है।