हरदा / मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को जिला स्तरीय गोवर्धन पूजा कार्यक्रम स्थानीय दयोदय गौशाला हरदा में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में विधायक डॉ.आर.के. दोगने, पूर्व मंत्री श्री कमल पटेल, कलेक्टर श्री आदित्य सिंह, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री राजेश वर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्री ललित पटेल, एसडीएम हरदा श्री कुमार शानू देवडिया उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. एस के त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान कृष्ण की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिंह व विधायक डॉ. दोगने ने गौ माता का विधिवत पूजन भी किया। कलेक्टर श्री सिंह और विधायक श्री दोगने ने गायों को स्नेह पूर्वक दुलारा और उन्हें गुड़ एवं मिष्ठान इत्यादि खिलाया। कार्यक्रम में गौशालाओं में कार्यरत गौ सेवकों व गौ प्रेमियों का शॉल व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया।
विधायक श्री दोगने ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि हम बचपन में मां का दूध केवल दो-तीन वर्षों तक ही पीते हैं, जबकि गाय माता का दूध हम जीवन भर पीते हैं । अतः हमारे जीवन में मां से बड़ा स्थान गौ माता का होना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन से अनुरोध किया कि चरनोई भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए एक विशेष अभियान प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर गोपालन के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। विधायक श्री दोगने ने कार्यक्रम में गौशाला विकास के लिए विधायक निधि से 5 लाख रु. स्वीकृत करने की घोषणा की ।
पूर्व मंत्री श्री कमल पटेल ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि सड़कों पर विचरण करने वाले निराश्रित गौ वंश के संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने चाहिए । उन्होंने कहा कि यह कार्य केवल शासकीय प्रयासों से संभव नहीं है इसके लिए सभी नागरिकों की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गाय माता में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास होता है। गाय माता हमें दूध, गोबर, गोमूत्र सहित बहुत कुछ देती है।
कलेक्टर श्री सिंह ने इस अवसर पर सभी को दीपावली पर्व और गौ पूजन कार्यक्रम की शुभकामनाएं और बधाई दी । उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि गायों के संरक्षण के लिए जनजागरुकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने प्रदेश की स्थापना दिवस पर इस वर्ष गोवर्धन पूजा कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की परंपरा काफी प्राचीन है। गोवर्धन एवं गाय की पूजा प्रतीक रूप में होती है। वास्तव में यह प्रकृति की पूजा का भी पर्व है। लोक जीवन में गोवर्धन पूजा की समृद्ध परंपरा है, जिससे नई पीढ़ी को अवगत करवाने की दिशा में इस वर्ष शासन द्वारा विशेष प्रयास किए गए हैं। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन श्री अनूप जैन ने किया