है ईश्वर PHE के अधिकारियों को सद्बुद्धि देना! , ठेकेदार ने किया घटिया नल जल योजना में काम , अब गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण: सरपंच ने जिला पंचायत में उठाया था मुद्दा। महीनों बीते नहीं दिया अधिकारियों ने ध्यान
खिरकिया: शासन की महत्वपूर्ण योजना जल जीवन मिशन, हर घर नल को लेकर बड़े-बड़े आयोजन करने एवं दावा करके वाहवाही अर्जित करने वाले उच्च अधिकारियों की मंशा को मटियामेट करने एवं शासन की महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाने का जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत पोखरनी में देखा जा सकता है।
जहां महिनों नहीं बरसों से नल जल योजना के नाम पर गटर एवं गंदी नाली का गंदा एवं बदबूदार पानी सप्लाई किया जा रहा है।
हरदा जिले का आखरी ग्राम जो खिरकिया विकासखंड से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां के बदतर हालात देखकर दूरस्थ वनांचल के ग्रामों की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
ग्रामीण शरद राजपूत ने बताया कि सरपंच सचिव को बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुधार कार्य नहीं किया जा रहा।
ज्ञात हो लगभग 15 वर्षों से बंद पड़ी नल जल योजना को पुनः चालू करने के लिए ग्रामीणों द्वारा लगभग दो वर्षों तक कठोर संघर्ष किया गया था। जिसमें ग्राम पंचायत से लेकर तत्कालीन पीएचई मंत्री सुखदेव पासें तक सभी संबंधितों से अनुनय, विनय, आवेदन, निवेदन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी। फल स्वरुप योजना पुनः संचालित करने विभाग द्वारा स्वीकृती तो दी गई थी, लेकिन ग्राम पंचायत , पीएचई विभाग और ठेकेदार की सांठगांठ एवं मनमानी के चलते लाखों रुपए की योजना, उचित मापदंड के अनुसार क्रियान्वयन ना होने से बर्बादी की कगार पर है।
अब इसे ग्रामवासियों की बदकिस्मती ही कहे कि शासन के लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी पीने योग्य पानी नहीं मिल रहा है।
सरपंच महिपाल पटेल ने बताया ठेकेदार द्वारा पाइपलाइन 3 फीट की गहराई में ना बिछाई जाने से बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही है । लगभग 9 माह पहले कलेक्टर महोदय के समक्ष सरपंचों की मीटिंग में जिला पंचायत एवं पीएचई विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में मेरे द्वारा यह समस्या बताई गई थी जिसका आज तक कोई निराकरण नहीं हुआ है।