Harda News: नेत्र शिविर में आंखों की जांच करने वाला हरदा में मोटर सायकिल पर चार सिलेंडर परिवहन करते पकड़ाया, विभाग ने किया जुर्माना !
हरदा : खबर पढ़के हैरान न हों। ये कार्रवाई का सरकारी ढर्रा है जो अपनी लापरवाही से बैरागढ़ जैसे ब्लास्ट कांड को जन्म देता है। जिसमे बेकसूरों की जान जाती है। मालूम हो, कुछ माह पहले हरदा जिले के झाड़बीडा और नर्मदापुरम के बिसोनी कलां में हरदा के माया ऑप्टिकल के बैनर तले ग्राम पंचायत भवन में नेत्र शिविर आयोजित कर भोले भाले ग्रामीणों का नेत्र परीक्षण कर उनका इलाज कर परामर्श देकर आये थे।
— MAKDAI EXPRESS 24 (@Makdai24) February 16, 2024
सूत्रों से मिली जानकारी में जब प्रमुख दैनिक समाचार पत्र में कथित डॉक्टर की तस्वीर प्रकाशित हुई तो ग्रामीण आंखों की जांच करने वाले डॉ को गैस की टँकी की खबर में देख कर हतप्रभ रह गए । जी हां । बिना प्रक्षिक्षण के जो व्यक्ति ग्रामीणों का इलाज कर रहे थे दरअसल वे सिलेंडर परिवहन का कार्य करते हैं। हरदा यातायात विभाग ने बीते कल उन्हें एक मोटर सायकिल पर अवैधानिक तरीके से अधिक संख्या पर सिलेंडर परिवहन करते पकड़ा गया है।
◆ हरदा सीएमएचओ एचपीसिंह की लापरवाही देखिए कि उनके संज्ञान में ये मामला होने पर और उनके द्वारा कार्रवाई करने की बात मीडिया में प्रसारित होने के बावजूद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई टालने की वजह वे ही बता सकते हैं। जबकि तत्कालीन कलेक्टर संजय गुप्ता ने उन्हें जांच के आदेश दिए थे। सीएमएचओ ने कलेक्टर के आदेश को भी हवा में उड़ा दिया। ये छोटी छोटी लापरवाहियां ही बड़े हादसे का कारण बनती हैं। बैरागढ़ ब्लास्ट इसी तरह की जिम्मेदारों द्वारा की गई लापरवाही का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
◆ बिसोनीकला की इस खबर के सम्बंध में नर्मदापुरम सीएमएचओ दिनेश देहलबाड़ को भी अवगत कराया था।
तब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दिनेश देहलबाड़ CMHO नर्मदापुरम ने मीडिया से कहा था – ‘आपसे जानकारी मिली है। नेत्र शिविर किसने लगाया ? परमिशन किससे ली ? जांच करवाएंगे दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करेंगे।’
अफसोस हरदा नर्मदापुरम के सीएमएचओ द्वय ने इस मामले में कोई कार्रवाई न की ।
◆ न डॉक्टर न ऑप्टिमीट्रिस्ट फिर किसने की जांच, अब खुला राज़
ग्राम झाड़बीडा और बिसोनीकला में माया ऑप्टिशियन हरदा ने आई चेकअप कैम्प लगाया था। जिसमे हरदा से न तो कोई डॉक्टर उपस्थित थे न ही ऑप्टिमीट्रिस्ट । माया ऑप्टिशियन के स्टाफ़कर्मियों ने आंखों की मशीन से जांच की व उपचार दिया। इस संबंध की जानकारी न्यूज़ वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। तथा खबर में भी वीडियो चले थे । यहां आंखों की जांच कर हरदा के एक अस्पताल विशेष में ऑपरेशन की सलाह अप्रशिक्षित द्वारा दी जा रही थी।
हरदा में ही प्रभारी सीएमएचओ केके नागवंशी के फर्जी दस्तखत का इस्तेमाल माया ऑप्टिकल द्वारा लॉक डाउन के समय किया गया था। केके नागवंशी ने मीडिया से कहा था कि अगर विभाग जांच करेगा तो वे बयान दर्ज कराएंगे। इस मामले में भी एचपीसिंह के माया से मायावी प्रेम आड़े आया और उन्होंने कार्रवाई लटकाकर रखी। इधर विशेषज्ञों की मानें तो डॉ के अतिरिक्त किसी को भी नेत्र परीक्षण व उपचार की अनुमति नहीं होती। ऑप्टमीट्रिस्ट भी डॉ को नम्बर निकाल कर देता है फिर डॉ ही उचित नम्बर मरीज को पर्चे पर लिख कर दे सकते हैं। हरदा में धड़ल्ले से दुकानों पर आंखों की जांच की जा रही है।
◆ ये थी जुर्माने की खबर, तस्वीर देखिए –
हरदा. मोटर साइकल पर लोहे की फ्रेम लगाकर 4-4 रसोई गैस की टंकियां रखकर शहर में वितरण करने के मामले में यातायात पुलिस ने मंगलवार को दो लोगों पर कार्रवाई की। रजिस्ट्रेशन की शर्तों का उल्लंघन करने के कारण दोनों से दो दो हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। अब यातायात पुलिस कृषि कार्य के बजाय बिल्डिंग मटेरियल और रेत गिटटी बुलाइ में लगे ट्रैक्टर ट्रॉली चालकों पर कार्रवाई करेगी, जिससे हादसों की आशंका को कम किया जा सके। यातायात प्रभारी संदीप सुनेश ने बताया कि वाहन चैकिंग के दौरान मंगलवार को अफजल पिता मासूम खान और आशीष पिता सुरेश नामक युवक बाइक पर पीछे लोहे की फेम मैं गैस की भरी हुई टकियों का वितरण कर रहे थे। । यह रजिस्ट्रेशन की शर्तों का उल्लंघन है। दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर 2-2 हजार रुपए जुर्माना वसूला। उन्होंने बताया कि आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।