हरदा।। शहर के एक मीडियाकर्मी ने स्वयं को बदनाम करने और छवि धुमिल करने विषयक एक नोटिस हरदा में सहायक जनसंपर्क अधिकारी के पद पर पदस्थ ब्रजेंद्र शर्मा को अपने वकील के माध्यम से दिया है। जिसमे एपीआरओ को कहा गया है कि वे उनके द्वारा प्रसारित पत्र जिसमे पत्रकार द्वारा ब्लैकमेल करने
की बात लिखी है। इसको साबित करें अन्यथा मानहानि की एक करोड़ राशि उन्हें उपलब्ध कराएं।
इस नोटिस की बात पर बृजेन्द्र शर्मा का कहना है कि उन्हें इस पर कुछ नहीं कहना है। उनके द्वारा तय समयसीमा में नोटिस का जवाब प्रस्तुत किया जावेगा।
इधर विभागीय सूत्रों की मानें तो पत्र को प्रसारित करने की समझाइश जिम्मेदारी मिलने के चलते सोशल मीडिया पर यह पत्र वायरल किया गया ।
क्या कहना है प्रदीप शर्मा का –
एक कानूनी नोटिस प्रदीप शर्मा द्वारा अपने अधिवक्ता के माध्यम से एपीआरओ को भेजा गया है। प्रदीप शर्मा ने बताया कि ब्रजेंद्र शर्मा द्वारा बदनाम करने की बदनियती के साथ 19 अगस्त को सोशल मीडिया पर एक तथाकथित पत्र शहर के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप पर वायरल किया था। नवदुनिया के लेटर हेड पर लिखे इस पत्र में प्रदीप शर्मा द्वारा ’ब्लैकमेल’ करने शब्दों का उपयोग किया गया था। लेकिन जब इसकी सत्यता जानने के लिए नवदुनिया समाचार पत्र के युनिट हेड को मेल कर जानकारी प्राप्त की तो वहां से कोई भी जबाव इस पत्र के संबंध में नहीं आया। साथ ही नवदुनिया समाचार पत्र द्वारा ’ब्लैकमेल’ करने जैसे कोई भी प्रमाण उपलब्ध नहीं कराए गए। सहायक जनसंपर्क अधिकारी द्वारा व्यक्तिगत दुर्भावना और बदनाम करने की नियत रखते हुए यह पत्र सोशल मीडिया पर जारी किया था। जिसके उनके स्वंय यानी ब्रजेंद्र शर्मा के पास कोई प्रमाण नहीं है। प्रदीप शर्मा द्वारा अपने अधिवक्ता श्री अनिल जाट के माध्यम से एपीआरओ को नोटिस भेजकर यह प्रमाणित करने की जबावदारी सौंपी है, कि वह पत्र में लिखे तथ्यों को प्रमाणित करें। ऐसा नहीं करने पर ब्रजेंद्र शर्मा के खिलाफ सक्षम न्यायालय में भारतीय दंड संहिता, सूचना प्रौधोगिकी अधिनियम सिविल प्रक्रिया संहिता के तहत आपराधिक एवं दीवानी मुकदमा चलाया जाएगा। मानहानि करने जैसे इस कृत्य के लिए कठोर से कठोर सजा दिलाने का प्रयास करेंगे।
पीएफ को लेकर नवदुनिया के बीच विवाद
वेतन और पीएफ को लेकर संवाददाता प्रदीप शर्मा और नवदुनिया समाचार पत्र के बीच विवाद चल रहा है। इसी का फायदा उठाते हुए एपीआरओ ब्रजेंद्र शर्मा द्वारा बदनाम करने की बदनियती से यह तथ्यविहित पत्र सोशल मीडिया पर जारी किया है। अब उनके द्वारा किए गए इस कृत्य को प्रमाणित करने की जबावदारी सौंपी है।
प्रदीप शर्मा ने खंडवा पदस्थ होने के दौरान एपीआरओ शर्मा के खंडवा कलेक्टर अनय द्विवेदी के साथ विवाद और निलंबन कार्रवाई का जिक्र भी प्रेस नोट में किया है।
क्या कहा एपीआरओ बृजेन्द्र शर्मा ने –
हरदा पदस्थ सहायक जनसंपर्क अधिकारी बृजेन्द्र शर्मा ने मोबाइल पर मकड़ाई समाचार से कहा कि उन्हें नोटिस को लेकर कुछ नहीं कहना है। तय समय सीमा में उनके वकील के माध्यम से जवाब दे दिया जावेगा।