Harda News :मच्छरों का आतंक: मलेरिया और डेंगू दे रहा निमंत्रण, कैसे हो नौनिहालो की संभाल नपा और मलेरिया विभाग बेखबर
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 हरदा। शहर परिक्रमा में मैदानी स्तर पर समस्याएं सामने आकर खड़ी होकर खुद अपना परिचय देती हैं बताती उसको बढ़ने कितने ही लोगो की लापरवाही उजागर करती है। आज प्रदेश के कई स्थानों पर मंे डेंगू मलेरिया रिर्पोट हैं। ज्ञात हो कि भोपाल में विगत वर्ष से लगातार छोटी कालोनियों में मेडिकल सर्वे टीम द्वारा लोगो को समझाईश दी जा रही थी कि घर में साफ सफाई रखें पुराना या जमा पानी हो तो उसे हटावाएं। घर और आस पास के परिसर में गंदा पानी जमने नही दे। इसके साथ मच्छरों से निपटने के बहुत से उपाय बताई इसके साथ प्रभावित परिवारों को उचित चिकित्सीय परामर्श जांच कराने की बात भी कहीं गई।
कचरा गाड़ी ने स्चछता अभियान की लाज बचा रखी
हमारा हरदा तो मप्र का ह्दय है,तो इसका ध्यान भी रखना जरुरी है।शहर के हालात ये है कि मुख्य मार्ग पर ही खुली नालियांे से आपको पानी सड़कों पर बिखरा हुआ दिख जायेगा। शहर मंे एक बात बहुत अच्छी जिसकी तारीफ नगर पालिका की करना होगा। वह है कचरा गाड़ी जिसने समग्र स्चछता अभियान के उद्देश्य की लाज बचा रखी है।शहर की ज्यादातर अवैध कालोनियों में घरों से निकलने वाले पानी की निकासी के लिए पक्की नालियों के इंतजाम नहीं है। इस कारण लोगों के घरों से निकलने वाला और बारिश का पानी खाली प्लाट में भरा रहता|
सबसे जरूरी है साफ-सफाई
शहर के कालोनियों आज भी खुली नालियां खाली प्लाट में गंदा पानी भरा रहता हैं निकासी के पानी की व्यवस्था नही होती है तो वह खाली प्लाटों पर जमा होने लगता है।गुर्जर बोर्डिग ,पाठक कालोनी,सुभाष वार्ड,सुदामा नगर प्रताप कालोनी शहर की कुछ क्षेत्रों को छोड़ दे तो लगभग सभी कालोनियों में खुली नालियां है।जिनमें बराबर सफाई नही हो रही हैं कहीं पर सफाई हो रही है तो वहां पर मलबा काफी समय तक पड़ा रहता है। जो बिमारी का मुख्य कारण मच्छरों को बढ़ाते है। शहर की जिन कालोनियों मंे खुली नालियां वहां पर व्यवस्था बनाई जाए ताकि मच्छर नही पनपें।घर के अंदर और बाहर साफ सफाई रखने से और गैर जरूरी वस्तुओं को यथा संभव कम करने से मच्छर जनित बीमारियों के प्रकोप को रोका जा सकता है।
घरों में जल का ठहराव ज्यादा दिन न होने दें
हमारे घरों में कूलर का पानी रोज नही बदलते हैं। लोग अभी कूलर को लगाकर रखें है। इसमें काफी दिनांे तक पानी भरा हुआ रहता है। इस तरह घर के कूलर, आसपास की नालियों और गड्ढों में पानी का जमा रहना मच्छरों की बेहिसाब उत्पत्ति का मुख्य कारण हैं। मच्छर उत्पत्ति की रोकथाम ही प्रथमत मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम है। किसी भी प्रकार का बुखार होने पर लापरवाही न बरतें तुरंत डॉक्टर से परीक्षण करवाएं।
जरूरी है जागरूकता
जल प्रदूषण मच्छरजनित बीमारियों का प्रमुख कारक है। सरकार और उसकी नीतियां ही केवल इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैए बल्कि आमजन की लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है। पानी का ठहराव अनियोजित कॉलोनियों में मच्छर तथा मच्छरजनित बीमारियों में बढ़ोतरी कर देता है। इस मसले पर समुचित रूप से ध्यान देने और जागरूकता से ही बीमारियों के प्रकोप को रोका जा सकता है।