Harda news : 8 दिसंबर को छिपानेर रोड़ पर ड्राइवर की सड़क किनारे मिली लाश, परिजनों का आरोप हत्या कर फेंकी लाश
मकड़ाई समाचार हरदा। 8 दिसंबर को छिपानेर रोड़ पर सड़क किनारे एक युवक की लाश मिली थी। ग्राम भुवन खेड़ी के पास सुबह सुबह स्थानीय राहगीरों ने लाश देखी। गांव कोटवार ने इसकी सूचना टिमरनी पुलिस को दी। टिमरनी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा बनाकर पीएम हेतु टिमरनी अस्पताल भेजा। मृतक की पहचान ड्राइवर अनिल के रूप में हुई। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया। ड्राइवर की लाश मिलने के बाद लोग और पुलिस इसे एक्सीडेंट केस मान रही है। वही मृतक के परिजनों को हत्या की आशंका लग रही है। शुक्रवार को परिजनों के साथ सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओ ने मृतक ड्राइवर अनिल माणिक हत्याकांड मामले की निष्पक्ष जांच एसआईटी टीम गठित करने की मांग व इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर अनुसूचित जाति जनजाति बलाई समाज संगठन के द्वारा दोपहर 3 बजे एडिशनल एसपी को एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में किन बिंदुओं पर रखी जांच की मांग देखे।
प्रति श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय
जिला हरदा मध्यप्रदेश
विषय अनिल माणिक पिता जागेश्वर मानिक की हत्या के संबंध में निष्पक्ष जांच एसआईटी टीम गठित करने कार्यवाही हेतु ।
बलाही समाज एवं अनुसूचित जाति जनजाति संगठन मांग करता है कि दिनांक 8 दिसंबर को मृतक अनिल माणिक पिता जागेश्वर मानिक उम्र 30 वर्ष जाति बलाई निवासी ग्राम चिराखान का थाना हडिया जिला हरदा।
हत्या का संदेह निम्न बिंदुओं पर जांच कराकर कठोर कार्रवाई करने हेतु
अनिल माणिक धर्मेंद्र पटेल निवासी देवास का डंपर चलाता था तथा उसके मोबाइल के द्वारा 08/12/2022 को मृतक का मोबाइल बंद हो गया था। 09/12/2022 को उसकी लाश भुवनखेड़ी के पास मेन रोड पर मृत अवस्था में लाश पड़ी मिली तथा उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे।
मृतक के कपड़ों में गोखरू आदि लगे हुए मिले ऐसा परिवार जनों ने उसके शव को देखकर बताया लेकिन घटनास्थल पर जहां शव पड़ा मिला वहां किसी प्रकार की गोखरू के पेड़ नहीं थे। फिर मृतक के कपड़ों पर गोखरू कैसे लगे मिले इस बिंदु की भी जांच होना चाहिए मृतक का शव जिस स्थान पर मिला वहां दुर्घटना जैसा कोई भी निशान नहीं मिले इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उसे मारकर घटना वाली जगह फेंक दिया गया था। मृतक के कपड़ों पर लगे मिले तथा उसके मोबाइल की लास्ट मोबाइल लोकेशन चौबे कॉलोनी हरदा बताई गई है। और चौबे कॉलोनी कृषि मंडी हरदा से लगी हुई है और कृषि मंडी हरदा में गोखरू के पेड़ लगे हुए इस बिंदु पर भी जांच होना चाहिए कि क्या मृतक को सबसे पहले हरदा कृषि मंडी में मारा गया और बाद में उसकी लाश को भुवन खेडी रोड किनारे पर फेंकी गई।
उपरोक्त बिंदुओं पर जांच कर माननीय महोदय से निवेदन है कि उसके मोबाइल लास्ट मोबाइल लोकेशन उसके मोबाइल पर विगत 2 दिन में आए गए काल तथा मंडी परिसर में लगे और आसपास के कैमरो की जांच कर इस हत्या की गुत्थी को सुलझाए जाए हमे ऐसा प्रतीत हो रहा है। कि इस हत्या के पीछे कोई ना कोई रसूखदार व्यक्ति फंसा हुआ है और उसने बड़ी चालाकी से हत्या के मामले को एक्सीडेंट में परिवर्तित करने के उद्देश्य भुवनखेड़ी सड़क के पास मृतक की लाश को फेंक दिया लेकिन जिस जगह मृतक का शव मिला वहां पर एक्सीडेंट जैसे कोई निशान नहीं मिले हैं । पीड़ित परिवार को शासन की ओर से ₹5000000 लाख की सहायता राशि एवं एक परिवार को शासकीय नौकरी दिया जाए फिर अनिल माणिक की हत्या किस स्थान पर हुई तथा इस हत्याकांड में कौन-कौन व्यक्ति शामिल है । उनका पुलिस जल्द खुलासा करें अगर 1 सप्ताह के भीतर इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो हरदा जिले के एसएसटी के सभी संगठन सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे जिसका स्वयं जिम्मेदार हरदा पुलिस प्रशासन होगा।ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित राहुल पवारे संभागीय अध्यक्ष राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति युवा संघ महेंद्र काशिव भीम आर्मी जिला अध्यक्ष विनेश मोहे बलाई समाज जिला अध्यक्ष संतोष किरावर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद कार्यकारी जिलाध्यक्ष तरुण झिंझोरे अधिवक्ता उमेश सेजकर
पंकज गारगे मृतक भाई लखन मानिक राम ओसले आदि संगठन के लोग उपस्थित हुए ।डंफर मालिक बोले ,परिजनों को किया जा रहा गुमराह ड्राइवर मेरे पास काम नही करता था। परिजनों को गुमराह किया जा रहा है। मेरे पास अनिल काम नही करता था। पुलिस निष्पक्ष जांच करे। मेने पूर्व में भी इस विषय में पुलिस को लिखित अपना आवेदन दे चुका हु। और नही कभी मेरी उससे या उसके परिवार के लोगो से बात हुई ।आरोप निराधार है।
धर्मेंद्र पटेल देवास