ब्रेकिंग
गुरु पूर्णिमा हमारे अज्ञान को दूर करने वाले शिक्षकों के सम्मान में मनाई जाती है।- ज्योतिष गुरू पंडित... घोर कलयुग : मां के साथ बेटे ने की धोखाधड़ी, खाते से निकाले 5 लाख रुपए , मां की शिकायत पर थाने में बे... Live today: नर्मदा नदी उफान पर मां नर्मदा का रौद्र रूप देखे। हंडिया और नेमावर घाट से लापरवाही अनदेखी : प्रशासन पर भारी ठेकेदार नर्मदा नदी में बाढ़ के बाद भी ठेकेदार चला रहा है नाव, हो स... नर्मदा नदी : एसडीएम परिहार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया ! पटवारी सचिव और कोटवार को सतत ... आज भारत बंद है: देश भर मे 9 जुलाई बुधवार को बैंकिंग, इंश्योरेंस, डाक सेवा, कोयला खनन और निर्माण क्षे... बोवनी खराब होने पर मिलती है फसल बीमा राशि Aaj ka rashifal: आज दिनांक 9 जुलाई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे घोर कलयुग ! जमीन के टुकड़े के लिए भाई भाई का बना दुश्मन, रिटायर्ड आईएएस भाई पर जमीन हड़पने का लगा आर... सिवनी मालवा: बारिश ने खोली नगरपालिका की पोल, नालियों का गंदा पानी सड़कों पर बहा ! सड़कों पर फैला पान...

खुले बोरवेल पाये जाने पर संबंधित भूमि स्वामी के विरूद्ध होगी कार्यवाही: रोहित सिसोनिया सीईओ

हरदा / जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित सिसोनिया ने गुरूवार को जिला पंचायत में आयोजित बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि खुले बोरवेल में इंसानों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होने बताया कि राज्य सरकार द्वारा मध्यप्रदेश खुले नलकूप में इंसानों के गिरने से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा अधिनियम-2024 बनाया जा चुका है।

- Install Android App -

इस अधिनियम में प्रावधान है कि बोरवेल (नलकूप) के ड्रिलिंग के समय ड्रिलिंग एजेंसी द्वारा समुचित सुरक्षा उपाय नहीं किए जाने और दुर्घटना की स्थिति में ड्रिलिंग एजेंसी के साथ ही भूमि स्वामी के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होने बैठक में जनपद पंचायतों के सीईओ से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के आसपास स्थित राजमार्गों से निराश्रित गौवंश को हटाने के लिये पंचायत सचिवों को निर्देशित करें। उन्होने अंकु अभियान के तहत पौधरोपण कार्य में गति लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। बैठक में हरदा, टिमरनी व खिरकिया जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, पीएचई एवं आरईएस के कार्यपालन यंत्री सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।