अवैध ईट भट्टा संचालक: अजनाल नदी भाट परेटिया में नदी किनारे अवैध मिट्टी की खुदाई वर्षों से हो रही, वेयर हाउस से 50 फुट की दूरी पर धधक रहे ईट भट्टे, कुंभकर्ण की नींद सोएं हल्का पटवारी, सचिव, मकड़ाई एक्सप्रेस ने बजाई मोबाइल की घंटी तो बोले केस बनाकर तहसीलदार को भेजते है।
हरदा: जिले में ईट भट्टा का कारोबार पहले सिर्फ प्रजापति समाज के लोग करते थे। वो भी अपनी आजीविका चलाने के लिए क्योंकि ये धंधा उनका पूर्वजों से चला आ रहा है। लेकिन समय के साथ इस धंधे में कई बड़े ठेकेदार उतर गए। अब हर कही नदियों के किनारे इन लोगों के बड़े बड़े ईट भट्टा चल रहे है।
जिसमें भारत सरकार और मध्यप्रदेश सरकार के किसी भी नियम का पालन कोई भी नहीं कर रहा है। हंडिया के पास नर्मदा नदी के किनारे अवैध मिट्टी की खुदाई ओर डेढ़ दर्जन अवैध ईट भट्टे संचालित है। मन मर्जी से जमीन से मिट्टी की अवैध खुदाई। और संवेदनशील बस्तियों स्कूलों के पास ही ईट भट्टे धधक रहे है। लेकिन न तो राजस्व विभाग के पटवारी और नहीं ग्राम के सरपंच सचिव ने इनको रोकने का प्रयास किया।
ओर नहीं शासन के नियमों के तहत ईट भटा चलाने को कहा।
ये अवैध ईट भट्टा संचालक नियमों की जानकारी नहीं होने की बात कर पल्ला झाड़ लेते है।ओर जमकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते है।
लेकिन पढ़े लिखे जागरूक ग्राम पंचायत के सचिव, हल्का पटवारी भी कोई कार्यवाही नहीं करते। सिर्फ नजराना लेकर नियम की अनदेखी कर सब कुछ इनकी आंखों के सामने चलता रहता है। हंडिया में मां नर्मदा के संरक्षण को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों मकड़ाई एक्सप्रेस ने प्रमुखता से खबरों का प्रकाशन किया था। अब शासन प्रशासन जागा और कार्यवाही शुरू हुई। देखना होगा कि नियमों की अनदेखी करने वाले स्थानीय ग्राम पंचायत सचिव ओर हल्का पटवारी पर जिला प्रशासन कोई कार्यवाही करता है या नहीं। वही जिले के करीबी गांव भाट परेटिया में भी ऐसे ही हालात है।
भाट परेटिया में सरकारी वेयर हाउस के सामने धधक रहा ईट भट्टा!
हरदा जिले से महज़ 4 किलोमीटर दूर अजनाल नदी के किनारे अवैध ईट भट्टा संचालित है। नदी किनारे की मिट्टी पूरी तरह खुद डाली लेकिन किसी ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। बेखोब होकर ईट भट्टा संचालकों के द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से काम किया जा रहा है। जो कि प्रकृति और पर्यावरण दोनों के लिए खतरनाक है।
वही गांव में ही एक सरकारी वेयर हाउस जो कि मुख्य मार्ग पर हैं उसके सामने ही अवैध ईट भट्टा धधक रहा है। न तो कोई परमिशन ली गई और नहीं आगजनी की घटना से निपटने के लिए इनके पास कोई साधन है।
वही ग्राम पंचायत के सचिव ओर हल्का पटवारी ने भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की।
जबकि नियमानुसार गांव में कोई अवैध गतिविधि या कोई काम चल रहा है तो पंचायत को कार्यवाही या नोटिस जारी करना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य कहे कि इनको कोई लेना देना नहीं । वही खनिज विभाग तो स्टाफ नहीं होने का रोना रोता रहता है। वो विभाग तो भगवान भरोसे ही चल रहा है।
इस संबंध में क्या कहते है।
जिम्मेदार
कल ही नोटिस जारी करेंगे। वेयर हाउस के सामने ईट भट्टा लगाना गलत है।
राजेंद्र जाट
ग्राम पंचायत सचिव रनआई कला
दोनों ईट भट्टा संचालकों पर कल ही केस बनाकर तहसील कार्यालय भेजते है।
आकाश कुशवाह हल्का पटवारी