मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर : नवरात्रि का पर्व शक्ति की आराधना का पर्व होता है। जहां मां जगजननी अम्बा पराम्बा आदिशक्ति मां भगवती को प्रसन्न करने का बहुत उपाय करते है कोई लगातार बिना अन्न खाए नौ दिन तक रहता है। कोई सिर्फ फलाहार पर तो कोई नंगे पैर। कही कही तो मां के सेवक अपने शरीर पर ज्वारे तक बोते हैं ऐसे कठिन उपवास रहते है। यह लोगो की अपनी अपनी मान्यता श्रद्धा और विश्वास की बात हैं। नवरात्रि के अवसर पर देवी मंदिरो विशेष पूजन अभिषेक सप्तशती के पाठ तथा शतचंडी यज्ञ अनुष्ठान संपन्न कराए जाते है।
कुल देवी देवता का पूजन –
नवरात्रि पर्व के दौरान अष्टमी पर कई परिवार में कुल देवी देवी का अष्टमी पूजन होता हैं इसके साथ ही नवमी कन्या पूजन हवन आदि कर पर्व का समापन किया जाता है। इंदौर में रविवार की रात्रि में परिवार में अपने कुल की मान्यताओ के अनुसार कुल देवी देवता का पूजन किया जाता हैं। बताया जाता है कि कुल देवी देवता का पूजन के दौरान परिवार के ही लोग होते है दूसरे कुल का व्यक्ति इन पूजन में शामिल नही हो सकता बल्कि पूजन का दीप दर्शन और प्रसाद तक नही ग्रहण कर सकता है। ऐसा बताया जाता हैं।
माता मंदिर में लगी भक्तों की लंबी लंबी कतारे –
वहीं सार्वजनिक दुर्गाष्टमी का पर्व मंदिरो मनाया जाता है जहां कन्या भोज के साथ हवन आदि किया गया। शहर के बिजासन माता, अन्नपूर्णा, हरसिद्धि सहित शहर भर के माता मंदिर में दर्शन पूजन के लिए भक्तों की लंबी लंबी कतारे लगी। दुर्गाष्टमी पर माता का विशेष शृंगार भी किया गया। नवरात्र पर्व का समापन 23 अक्टूबर को होगा और 24 को विजयादशमी मनाई जाएगी नवमी को सिद्धिदात्री का पूजन होगा। नवमी 23 अक्टूबर को शाम 5.44 बजे तक रहेगी। नवरात्र व्रत का पारणा 24 अक्टूबर को सुबह 6.27 बजे के बाद किया जाएगा।