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Khandwa News: मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मतदान केंद्रों की उपेक्षा न हो, कई मतदान केंद्र अतिक्रमण की चपेट में

खंडवा : विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग तैयारी में जुट गया है। आयोग की यह तैयारी धरातल पर पूर्ण रूप दिखाई दे रही है। उक्त टिप्पणी करते हुए शिवसेना प्रमुख गणेश भावसार ने कहा कि जिले में 17 नवम्बर को मतदान होना है। मगर उन मतदान केंद्रों की किसी को फिक्र नहीं जो अतिक्रमण से घिरे हुए हैं। जिले में कई ऐसे मतदान केंद्र जहां से अतिक्रमकारियो को खदेड़ा नहीं गया है।न ही इन मतदान केंद्रों पर दिव्यांगो और बुजुर्गो के लिए रोप की व्यवस्था की गई है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तो प्रचार प्रसार किया जा रहा है लेकिन मतदान केंद्रों की सुध कौन लेगा? इधर, मांधाता विधानसभा क्षेत्र में नगर परिषद द्वारा आचार संहिता के चलते अतिक्रमण मुहिम चला कर अतिक्रमणकारियो को खदेड़ा जा रहा है, वहीं खंडवा विधानसभा क्षेत्र में नगर निगम प्रशासन शायद चुनाव प्रचार में ही मशगूल लग रहा है, कोई कार्यवाही नहीं होने से ऐसा ही प्रतीत होता है। सरकारी इमारतें अतिक्रमण से घिरी हुई है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर भी अमल नहीं किया जा रहा है। जबकि निर्वाचन आयोग का सख्त निर्देश है कि दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए, लेकिन खंडवा में सरकारी संपत्ति ही सुरक्षित नहीं है। शहर के आनंद नगर, घासपुरा, संजय नगर, सिंघाड़ तलाई, पदम नगर, माता चौक, इंदिरा चौक आदि स्थानो पर स्थित सरकारी स्कूलों जिन्हें मतदान केंद्र बनाया है वो अतिक्रमण से घिरी हुई है। इसी से समझा जा सकता है कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन किस तरह शहर में हो रहा है। बात करें कलेक्टर क्षेत्र की तो यहां पर भी अतिक्रमण देखा जा सकता है। इस ओर शीघ्र ही निर्वाचन आयोग ध्यान दें। पूर्व में भी शिवसेना ने मीडिया के जरिए जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया था लेकिन कार्रवाई के नाम पर अतिक्रमण मुहिम जीरो बटे सन्नाटा ही रही। शिव सेना प्रशासन से मांग करती है कि अब वर्तमान में आदर्श आचार संहिता के तहत सरकारी संपत्तियों, मतदान केंद्रों के पास पसरे अतिक्रमण कारियो पर करवाई की जाए।