नहर की साफ सफाई के नाम पर हर साल बहाए जाते हैं लाखों रुपये, लेकिन सफाई के नाम पर होती है लीपा पोती, किसानो ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
के के यदुवंशी पत्रकार,
सिवनी मालवा। ग्राम निरखी माइनर की नहर की कई वर्षों से सफाई नहीं की गई है जिससे पानी किसान के खेत में नहीं पहुंच रहा है किसान परेशान है एवं नहर की चेन वर्तमान में 161 है जिससे किसानों को पानी प्राप्त होने में भारी समस्या हो रही है 161 से बढ़ाकर 1991 करने की लगातार मांग किसान कर रहे हैं ज्ञापन देने वाले नागरिकों ने एसडीएम को बताया कि नहर विभाग के अधिकारियों को सफाई हेतु निर्देशित करें आपको बता दें कि सरकारी काम भी निराले ही होते हैं। सफाई के नाम पर हर साल नहरों की लीपापोती किसी से छिपी नहीं है। यह जग जाहिर है कि नहरों की सफाई मात्र औपचारिकता भर होती है। कुछ ऐसा ही हाल है।
इसे देखकर लगता नहीं है कि उसकी कभी सफाई हुई हो उगी झाड़ियां नहर के अस्तित्व को मिटा रही हैं। सफाई के अभाव में नहर अब नाली की तरह दिखती है सिंचाई विभाग की अनदेखी के कारण अपना अस्तित्व खो रही है इस नहर के जरिए सैकड़ों से अधिक किसान यहां पर सिंचाई करते हैं। स्थानीय किसानों ने विभाग की नहर के प्रति अनदेखी को लेकर रोष है और वे बार-बार सफाई कराने की मांग करते हैं। हालांकि, हर साल सफाई भी होती है, लेकिन सिर्फ लीपापोती होती है ज्ञापन देने वालों में ईश्वरदास जमींदार, कमलेश लोवंशी, दीपक बाथव, गन्नू लोवंशी , प्रदीप काका, दिनेश जमींदार, अनिल लोवंशी, संतोष लोवंशी, सूरज लोवंशी सहित किसानों ने एसडीएम से गुहार लगाई की जल्दी से जल्दी नहर की सफाई की जाए क्योंकि नहर का जल्दी पानी शुरू होने वाला है
इनका कहना है।
सिंचाई विभाग नहर की सफाई की सुध तक नहीं ले रहा है। उचित सफाई न होने से एक तो किसानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है, जल्द ही इसकी सफाई कराए, ताकि नहर का लाभ मिले। सैकड़ों किसानों के लिए कृषि की लाइफ लाइन है, जिससे उनकी कृषि में सिंचाई का मकसद पूरा होता है, लेकिन विभाग द्वारा इसकी सफाई ऐसे कराई जाती है, जैसे इसकी कोई जरूरत नहीं है। इसकी उचित सफाई कराई जाए।
ईश्वर दास जमीदार
किसान सिवनी मालवा।