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MOVIE REVIEW: दमदार एक्शन से भरपूर है कंगना की ‘मणिकर्णिका’

मुंबईः बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में कंगना के अलावा टीवी एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे भी है। वह इस फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू कर रही है। ये फिल्म झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित है। कई विवादों के बाद ये फिल्म रिपब्लिक डे के मौके पर रिलीज हो गई है। जब भी झांसी की रानी का जिक्र है तो बात वीरता की होगी ही और कंगना ने इस किरदार में जोश भरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। फिल्म का निर्देशन खुद कंगना और कृष ने मिलकर किया है।

कहानी

मणिकर्णिका एक पीरियड ड्रामा फिल्म है। फिल्म की कहानी मणिकर्णिका (कंगना रनौत) के जन्म से शुरू होती है। कंगना बचपन से शस्त्र चलाने में बेहद ही निपुण हैं। उनकी इसी योग्यता को देखकर झांसी के राजा गंगाधर राव (जिस्सू सेनगुप्ता) का रिश्ता आता है और उनकी शादी हो जाती है। शादी के बाद उनका नाम ‘लक्ष्मीबाई’ हो जाता है। सबकुछ ठीक चलता है। रानी लक्ष्मीबाई झांसी को उसका उत्तराधिकारी देती है, जिसका नाम होता है ‘दामोदर दास राव’। लेकिन मात्र 4 महीने की उम्र में उनका निधन हो जाता है। इसके बाद गंभीर बीमारी से उनके पति का भी निधन हो जाता है। बच्चे और पति के निधन होने की वजह से अंग्रेज झांसी को हड़पने की कोशिश करते हैं। अपने राज्य को बचाने के लिए रानी लक्ष्मीबाई झांसी के गद्दी पर बैठती हैं और ऐलान करती हैं कि झांसी किसी को नहीं देंगी। इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई कैसे युद्ध लड़कर दुश्मन को खदेड़ती हैं और कैसे अपनी मातृभूमि के लिए शहीद होती हैं, इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी

डायरेक्शन

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पीरियड फिल्मों में दिलचस्पी रखने वालों के लिए फिल्म फरफेक्ट है। फिल्म में भरपूर मात्रा में एक्शन है। कंगना का रौद्र रूप देखने को मिलेगा। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक बेहद ही शानदार है, जिसकी वजह से एक्शन सीन्स में जान आती है। कंगना पूरी फिल्म में जोश से भरी हुई नजर आईं। मूवी का कैमरा और वीएफएक्स अच्छा है। सबसे ज्यादा फिल्म में किसी चीज पर फोकस किया गया है तो वो है कंगना के लुक्स। उनकी फिल्म में एंट्री से लेकर और खत्म होने तक कंगना गजब की खूबसूरत लगती हैं। डैनी डेन्जोंगपा और मोहम्मद जीसान अयूब ने गजब की अदाकारी की है। फिल्म के संवाद देशभक्ति के जज्बे भरे हैं और डायलॉग भी अच्छे हैं। फिल्म के सेट्स पर काफी काम किया गया है। डायेरक्शन के लिहाज से कंगना ने बेहतरीन काम किया है।

कमजोर कड़ियां

फिल्म की लेंथ बहुत बड़ी है। इसके कारण कई बार ध्यान भटकाव सा भी महसूस हो सकता है। वहीं फिल्म में डायलॉग तो कई हैं लेकिन उनमें पंच नहीं है। बनावटी से भी लगते हैं। फिल्म के सेकंड हाफ में जबरदस्ती का फन एलिमेंट लाने की कोशिश की गई है, जो कि अखरता है। वहीं कंगना में जोश तो भरपूर मात्रा में दिखा है लेकिन उनकी आवाज में फर्क साफ दिख रहा था। तकनीक के इस्तेमाल के बावजूद फिल्म में उनकी आवाज में दो तरह का अंतर नजर आता है। अंकिता लोखंडे भी अपनी डेब्यू फिल्म में खास कमाल नहीं दिखा पाई। फिल्म में उनकी मौजूदगी कम रही। ऐसा भी लगता है कि अंकिता छोटे पर्दे वाले फ्रेम से अभी निकल नहीं पाई हैं।

बॉक्स ऑफिस

कंगना की इस फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर नवाजुद्दीन की ठाकरे से टक्कर है। मणिकर्णिका के फर्स्ट डे बॉक्स ऑफिस पर 13 से 15 करोड़ कमाने की उम्मीद है। लेकिन नवाज की ठाकरे से इसे नुकसान उठाना पड़ सकता है। 26 जनवरी को देखते हुए, देशभक्ति के माहौल में शुरुआती दिनों में फिल्म को दर्शक मिल सकते हैं, पर उनका आगमन आगे के दिनों में होगा ये निश्चित नहीं है।