MP News: लड़की की आवाज में बात कर ठगो ने व्यापारी,छात्रो अधिकारियों से लूटे लाखों रूपये! सायबर पुलिस के पास सैकडों शिकायत
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। इन दिनॉ शहर मे दर्जनों ऐसे पीड़ित लोग है जिनके पास अचानक किसी लड़की का फोन आता है जो उनसे कुछ पूछताछ कर धीरे धीरे जानकारी लेते हुए दोस्ती करती फिर वीडियो काल पर अश्लील फोटौ विडीयो डालकर छात्रों, व्यापारियों और कर्मचारियों के साथ ठगी का नया खेल और रुपयो की मांग कर रहे है।
सोशल मिडिया ऐप को बनाया जरिया
ठगो द्वारा वहात्सप इन्स्टा ग्राम फेसबुक सोशल मीडिया एप से लोगो के मोबाइल नम्बर निकाल कर ठग लड़की या महिला की आवाज में बात करते हैं। फिर विश्वास जीतकर धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं। अनजान लड़कियों से चैटिंग के शौकीन जमकर ठगा रहे हैं। अपराधी अश्लील चैटिंग कर उनकी जेब खाली करवा रहे हैं। पिछले साल 158 लोगों ने 13 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई है।
वाइस चेंजर का कमाल
यह शातिर अपराधी वाइस चेंजर ऐप से लड़कियों की आवाज में बात करते हैं। जिनकी ठगी के शिकार होने वालों में छात्र, व्यापारी और निजी कंपनी के कर्मचारी शामिल हैं।
पुलिस ने दी जानकारी
एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया ने बारे में विस्तार से जानकारी देते बताया कि सोशल मीडिया पर टिंडर, बंबल, हैपन आइल, एडवेंचर सीकिंग, बद्दू, जूस्क, वन्स, हगल, द लीग, आक्यूपिड और लेस्ली जैसे डेटिंग-चैटिंग एप उपलब्ध हैं।इन पर लोग लड़कियों और महिलाओं की सुंदर फोटो देख कर आसानी आकर्षित हो जाते हैं। वो यह नहीं समझते हैं कि पुरुष ही वाइस चेंजर एप के जरिए उनसे लड़की की आवाज में बात कर रहा है।कईं दिनों की चैटिंग के बाद पुरुष ठग पर विश्वास करने लगता है। वह घर-परिवार, दोस्त-रिश्तेदारों के साथ-साथ दिनचर्या भी साझा करने लगता है। ठग भी देखभाल करने का अभिनय कर खुद को अच्छा पार्टनर बताने की कोशिश करता है।पुरुष को लगता है कि उसको अच्छा पार्टनर मिला है। अचानक ठग उस पर नाराज हो जाता है। वह किसी अन्य महिला से चैटिंग करने का आरोप लगा कर पुरुष से सोशल मीडिया अकाउंट का आईडी पासवर्ड ले लेता है।इससे पुरुष को लगता है कि महिला मित्र उसकी केयर कर रही है और वह भरोसे में आकर संपूर्ण जानकारी दे देता है। ठग पहले मेडिकल इमरजेंसी बता कर रुपये मांगता है। फिर चैटिंग के दौरान निर्वस्त्र कर उसका वीडियो बना लेता है।आरोपी पुरुष के अकाउंट पर ही फोटो और वीडियो अपलोड करने दी धमकी देकर रुपये मांगता है।
सौ से अधिक मिली शिकायतें
एडिशनल डीसीपी के मुताबिक, पिछले साल साइबर सेल के समक्ष 158 शिकायतें पहुंची है। इसमें छात्र, व्यापारी और दुकानदार शामिल हैं।सभी शिकायतों में 13 लाख रुपये से ठगी हुई है। हालांकि 37 प्रतिशत राशि पुलिस लौटा चुकी है। पुलिस ने लोगों से अलर्ट रहने और सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बात करते समय सावधान रहने की सलाह दी है।
ठग बन जाते क्राइम ब्रांच अफसर और मांगते हैं रूपये
वीडियो बनाने के बाद पीड़ित के पास फर्जी क्राइम ब्रांच अफसर कॉल लगाते हैं। उस पर महिला के साथ वीडियो बनने और यौन शौषण का आरोप लगाया जाता है। पीड़ित गिरफ्तारी और बदनामी के डर से रुपए देने के लिए तैयार हो जाता है। एडीसीपी के मुताबिक, कई लोग तो रुपये गंवा कर भी बदनामी के डर से शिकायत नहीं करते हैं।