MP News: दिवाली पर मध्य प्रदेश सरकार इन 26 जिलों में फ्री बांटेगी, गेहूं और चावल
MP News: मध्यप्रदेश सरकार ने इस दिवाली पर राज्य के 26 जिलों के निवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आई है। इस बार नवंबर में राज्य सरकार करीब 128 लाख परिवारों को मुफ्त राशन बांटने जा रही है। इस योजना के तहत गेहूं और चावल का वितरण उचित मूल्य की दुकानों से किया जाएगा, जिससे जरूरतमंद परिवारों को राहत मिलेगी।
फ्री राशन वितरण की विशेष बातें
खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने घोषणा की है कि इस बार प्रदेश के 26 जिलों में प्रत्येक परिवार को 24 किलो गेहूं और 11 किलो चावल मुफ्त दिया जाएगा। सरकार का यह कदम खासतौर पर उन परिवारों की मदद करने के लिए उठाया गया है, जो राशन के लिए सरकारी योजना पर निर्भर हैं। योजना के तहत वितरण के लिए खाद्यान्न का भंडारण कर लिया गया है, ताकि राशन सही समय पर लोगों तक पहुंच सके।
गेहूं और चावल का नया अनुपात
इस साल केंद्र सरकार ने खाद्यान्न के वितरण में बदलाव किया है। पहले गेहूं और चावल का अनुपात 40:60 था, लेकिन इस बार इसे 60:40 कर दिया गया है। इसका मतलब है कि लोगों को अब गेहूं की मात्रा ज्यादा मिलेगी और चावल कम। इस बदलाव के साथ प्रदेश के अंत्योदय वर्ग के परिवारों को कुल 35 किलो खाद्यान्न मिलेगा जिसमें 24 किलो गेहूं और 11 किलो चावल शामिल है।
किन जिलों में मिलेगा कितना राशन?
प्रदेश के 26 जिलों – अलीराजपुर, आगर मालवा, बडवानी, बुरहानपुर, भोपाल, छतरपुर, देवास, दमोह, धार, झाबुआ, इंदौर, खंडवा, मंदसौर, खरगोन, निवाड़ी, नीमच, पन्ना, राजगढ़, रायसेन, रतलाम, सीहोर, टीकमगढ़, सागर, शाजापुर, विदिशा और उज्जैन – के पात्र परिवारों को 24 किलो गेहूं और 11 किलो चावल दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ जिलों में राशन की मात्रा में अंतर भी रहेगा।
उदाहरण के लिए, बैतूल, अशोकनगर, भिंड, दतिया, ग्वालियर, गुना, हरदा, मऊगंज, मैहर, मुरैना, नर्मदापुरम, सतना, रीवा, शिवपुरी, सिंगरौली और सीधी जिलों में 21 किलो गेहूं और 14 किलो चावल वितरित किए जाएंगे। वहीं श्योपुर में 22 किलो गेहूं और 13 किलो चावल दिया जाएगा।
सुदूर जिलों के लिए विशेष व्यवस्था
डिंडोरी, सिवनी और मंडला में 15 किलो गेहूं और 20 किलो चावल दिया जाएगा। जबलपुर, छिंदवाड़ा, कटनी, पांढुर्णा और नरसिंहपुर जिलों में 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल का वितरण किया जाएगा। वहीं बालाघाट, अनूपपुर, उमरिया और शहडोल में 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं का वितरण किया जाएगा।
प्राथमिकता वर्ग के लिए भी योजना
प्रदेश के 40 जिलों में प्राथमिकता वर्ग के पात्र परिवारों को भी खाद्यान्न वितरण किया जाएगा। इन जिलों में रहने वाले परिवारों को 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल प्रति सदस्य के हिसाब से दिया जाएगा। इसमें शामिल जिलों में अलीराजपुर, बड़वानी, भोपाल, बुरहानपुर, छतरपुर, दमोह, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, निवाड़ी, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, सागर, सीहोर, टीकमगढ़, विदिशा आदि शामिल हैं। अन्य जिलों जैसे आगर मालवा, देवास, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर और उज्जैन में भी राशन की मात्रा अलग रहेगी।
क्यों बढ़ाया गया गेहूं का हिस्सा?
इस बार गेहूं की मात्रा बढ़ाने का निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए खाद्यान्न के भंडार में गेहूं की मात्रा अधिक थी जबकि चावल कम था। इसी कारण नवंबर माह से राशन का वितरण नए अनुपात में किया जा रहा है, जिससे लोगों को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न मिल सके।
राशन वितरण की प्रक्रिया
यह पूरा राशन वितरण पीओएस मशीन से उचित मूल्य की दुकानों पर होगा, ताकि सभी पात्र लोगों को आसानी से राशन मिल सके। यह प्रक्रिया सरकार की पारदर्शिता और जिम्मेदारी को भी दर्शाती है, जिससे जरूरतमंद लोगों तक राशन सही मात्रा और समय पर पहुंच सके।
मध्यप्रदेश सरकार का यह निर्णय खासकर दिवाली के मौके पर लाखों परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। इस फ्री राशन योजना का उद्देश्य है कि राज्य के हर गरीब और जरूरतमंद परिवार को त्योहारों पर खुशियां मिलें और वे खाद्यान्न की कमी महसूस न करें।
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