मकड़ाई एक्सप्रेस 24 केरल | कोरोना वायरस का खौफ लोगों के जहन से अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अब निपाह वायरस फैलने का डर सताने लगा है. दक्षिण भारत में निपाह वायरस के संकेत मिले हैं. दरअसल कोझिकोड जिले में बुखार के बाद दो लोगों ‘अप्राकृतिक’ मौत हुई है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत निपाह वायरस की वजह से हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया. ये दोनों मौतें एक प्राइवेट अस्पताल में हुई हैं.Nipah Virus के संक्रमण से 2 लोगों की मौत के बाद दहशत का माहौल है। यहां स्वास्थ्य विभाग ने कोझिकोड जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
मंत्री वीना जॉर्ज ने बैठक भी की
केरल के स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार निपाह वायरस (Nipah Virus) को लेकर बेहद अलर्ट है और राज्य में दो लोगों की मौत के बाद बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस संबंध में राज्य के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की है।
कैसे फैलता है निपाह वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, Nipah Virus संक्रमण एक जूनोटिक बीमारी है, जो जानवरों के जरिए इंसानों में फैलती है। यह संक्रमण दूषित भोजन के माध्यम से या सीधे एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है। निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलता है. यह एक अजीब तरह का वायरस है. इसका पहला मामला साल 1999 में मलेशिया में पाया गया था. इसके बाद बांग्लादेश और मलेशिया में भी निपाह वायरस के केस मिले थे. चिकित्सकों के मुताबिक, यह वायरस सूअर और चमगादड़ों से इंसानों में फैलता है. अगर कोई चमगादड़ Nipah virus से संक्रमित है और वो किसी फल का सेवन करता है तो उस के जरिए वायरस इंसानों में फेल सकता है.
क्या हैं निपाह वायरस के लक्षण?
Nipah Virus से संक्रमित मरीज को सांस लेने में काफी ज्यादा दिक्कत आती है और एन्सेफलाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बनता है। डॉक्टरों के मुताबिक, निपाह वायरस से संक्रिमत होने के दौरान मरीज को तेज बुखार, गले में खराश, सिरदर्द, सांस लेने में दिक्कत, एटिपिकल निमोनिया जैसे लक्षण दिखाई देंगे. अगर संक्रमण ज्यादा फैल गया है तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है और 48 घंटे तक कोमा में जा सकता है.विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, निपाह वायरस से संक्रमित मरीज 24 से 48 घंटे में कोमा में पहुंच सकता है।