खातेगांव: खातेगांव न्यायालय परिसर में वर्ष की अंतिम लोक अदालत हुई संपन्न, कई प्रकरणों का हुआ निराकरण
अनिल उपाध्याय खातेगांव
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री अजय प्रकाश मिश्र के मार्गदर्शन में 14 दिसम्बर शनिवार को खातेगांव न्यायालय परिसर में वर्ष की अंतिम लोक अदालत संपन्न हुई,। लोक अदालत का शुभारंभ श्री सुशील कुमार अग्रवाल, द्वितीय जिला न्यायाधीश खातेगांव, श्रीमति राधा उईके व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड खातेगांव, श्री पंकज सविता व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ खण्ड खातेगांव, श्री राजू पन्द्रे व्यवहार न्यायाधीश, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सावल सिंह यादव ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी के चित्र दीप प्रजलन एवं माल्यार्पण कर किया।
श्री सुशील कुमार अग्रवाल, द्वितीय जिला न्यायाधीश ने कहा की
लोक अदालत में राजीनामा के आधार पर मामले का शीघ्र और बिना किसी व्यय के निराकरण होता है ।इसमें दोनों पक्षों की जीत होती है। किसी की हार नहीं होती है। इससे पक्षकारों के बीच का प्रेम और स्नेह बना रहता है। आपसी समझौते के बाद सभी पक्षकार हंसी-खुशी न्यायालय परिसर से लौटे आपने कहा कि यह साल की अंतिम लोक अदालत थी ,और ठंड के मौसम होने के बावजूद भी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। चारों न्यायालय खंडपीठों को मिलाकर एट्रोसिटी ,घरेलू हिंसा ,भरण पोषण प्रकरण, बिजली विभाग के चोरी के प्रकरण कुल मिलाकर 201 नियमित प्रकरण जो कोर्ट के थे।वह निराकृत हुए इसके अलावा नगर परिषद के कर संबंधी मामलों में 1लाख 61 हजार की वसूली के 63 प्रकरण का निराकरण हुआ। इससे काफी जनमानस को लाभ पहुंचा है। ऐसी उम्मीद है कि आने वाले समय में लगने वाली लोक अदालत भविष्य के लिए और लाभकारी होगी
इस अवसर पर अभिभाषक संघ के अध्यक्ष सावल सिंह यादव, उपाध्यक्ष अनिल उपाध्याय, मनीष अग्रवाल, डी एल खदाब ,मोहन सिंह यादव,
गजानन दुबे ,सी एल वर्मा, अमित दुबे, जय सिंह कुशवाह ,सुरेश दुबे नवीन जगताप, लव कुश कचनारिया
श्री रामनारायण भुसारे, श्री सुभाष राठोर, श्री मनोज मण्डलोई, श्री धर्मेन्द्र चौहान, श्री हंसराज हिराउ, श्री घनश्याम विश्वकर्मा, श्री सोनू तुमराम, श्री शिव बघेल, श्री प्रशांत दीक्षित, श्री अनिल पटेल, श्रीमती सुनीता सिंह, श्रीमती सारिका राजगुरु, श्री बेनी चौधरी, श्री रघुवीर तंबोलिया, श्री पूनमचन्द्र वर्मा, श्री देवीदास चरपे आदि न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित रहे हैं।