सरपंच सचिव पर उप सरपंच भारी ग्राम पंचायत में चल रही मनमानी हिटलरशाही गरीब बुजुर्ग दंपत्ति को बिजली कनेक्शन के लिए नहीं दे रहे NOC, पीड़ित ने सी.एम. हेल्पलाइन पर की शिकायत!
हंडिया। एक और सरकार मात्र 5 रुपए में बिजली देने का वादा ओर प्रचार प्रसार विज्ञापनों के माध्यम से कर रही है। वही एक गरीब बुजुर्ग माता पिता हंडिया में अंधेरे में रहने को मजबूर है।
क्योंकि उनका बेटा नशा मुक्ति केंद्र में है। जिसके नाम से जमीन मकान की रजिस्ट्री है। बहु छोड़कर चली गई। अब बुढ़ापे में वो अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। जिस स्थान पर वो रहते हैं वहां सांप बिच्छू का खतरा है।
और विद्युत विभाग और ग्राम पंचायत के जिम्मेदार बिजली कनेक्शन देने में अड़ंगा लगा रहा है।
बुजुर्ग दंपत्ति के बेटी हेमलता पति कमलेश सराठे ने सीएम हेल्पलाइन शिकायत क्रमांक: 32673354 दिनांक 03-06-2025 को शिकायत दर्ज करते हुए बिजली कनेक्शन दिलवाने की मांग मुख्यमंत्री मोहन यादव से की है।
शिकायत कर्ता ने ग्राम पंचायत के उप सरपंच पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में ग्राम पंचायत ने NOC दे दी थी। उसके बाद अचानक उसने गांव के कुछ दबंगों के दबाव साठगांठ कर बिजली कंपनी के जेई को कनेक्शन देने का मना बोल दिया।
अब बुजुर्ग रात में मच्छरों जहरीले जीव जंतुओं के बीच रात के अंधेरे में मोबबत्ती के उजाले में रहने को मजबूर है। पीड़ित ने जिला कलेक्टर को भी शिकायत की है।
ग्राम पंचायत ने कई छोटे दुकानदारों को सरकारी जगह में रह रहे लोगों को दी NOC फिर पीड़ित बुजुर्ग से किस बात की दुश्मनी
कमलेश सराठे का आरोप है कि ग्राम पंचायत ओर विद्युत विभाग ने उसके घर के सामने अवैध अतिक्रमण करके बैठे कई छोटे दुकानदार टप वालो को बिजली कनेक्शन दिया है। फिर सिर्फ बुजुर्ग दंपत्ति से क्यों आपसी रंजिश रखे हुए है। अगर ऐसा है तो नगर में ऐसे अवैध कनेक्शन भी कांटे जाएं। जिनको पंचायत ने NOC दी थी।
शिकायत कर्ता ने कहा कि अंधेरे में मेरे माता पिता या बच्चों के साथ रात के अंधेरे में कोई अनहोनी होती है। तो इसका जिम्मेदार हंडिया उप सरपंच और जेई हंडिया होगे।
भ्रष्टाचार के दल दल में भी डूबी है। हंडिया पंचायत
मालूम हो कि इस ग्राम पंचायत में बड़े स्तर से निर्माण कार्यों , फर्जी जॉब कार्ड, सहित अन्ययोजनाओं में भ्रष्टाचार हुआ है। जिसकी जांच चल रही है। जांच के नाम पर अधिकारियों ने औपचारिकता निभाई। बीते दिनो मकड़ाई एक्सप्रेस के द्वारा निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया गया था।