मकड़ाई एक्स प्रेेस 24 उज्जैैन| विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल महाकाल मंदिर में 21 अगस्त को नागपंचमी मनाई जाएगी। इस दिन मंदिर के शीर्ष पर स्थित भगवान श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट एक साल बाद 24 घंटे के लिए खोले जाएंगे। मंदिर प्रशासन ने महापर्व को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों से नागचंद्रेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए बनाए गए पुल की मजबूती जांच कराई जाएगी।महाकाल मंदिर के शीर्ष पर स्थित नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट साल में एक बार नागपंचमी के दिन खोले जाते हैं। इस बार 20 अगस्त की मध्य रात्रि 12 बजे मंदिर के पट खुलेंगे। पूजा अर्चना के बाद आम दर्शन का सिलसिला शुरू होगा, जो 21 अगस्त की रात 12 बजे तक चलेगा। पहले नागचंद्रेश्वर मंदिर तक पहुंचने के लिए प्रशासन प्रतिवर्ष अस्थायी लोहे की सीढ़ियों का निर्माण करता था। इससे मंदिर के स्ट्रक्चर को खतरा होने का अंदेशा बना रहता था।
बीते वर्ष महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरिजी महाराज ने एक दानदाता के सहयोग से विश्राम धाम से लेकर नागचंद्रेश्वर मंदिर तक पुल का निर्माण करा दिया है। पुल के बन जाने से मंदिर के स्ट्रक्चर को होने वाला खतरा समाप्त हो गया है। साथ ही भक्तों के आवागमन में काफी सुविधा हो गई है।पुल के बन जाने से कम समय में अधिक भक्तों को भगवान के दर्शन कराना सुलभ हो गया है। 21 अगस्त को नागपंचमी से पहले पुल की मजबूती जांच कराई जाएगी। इसके बाद मंदिर के बाहर की व्यवस्थाओं का निर्धारण होगा।