ब्रेकिंग
हरदा: कृषि उपज मण्डी में 28 मार्च से 1 अप्रैल तक नीलामी कार्य बंद रहेगा हरदा: गणगौर उत्सव के चौथे दिन भक्तिमय प्रस्तुतियों से गूंजा सीताराम गार्डन नहर की साफ सफाई के नाम पर हर साल बहाए जाते हैं लाखों रुपये, लेकिन सफाई के नाम पर होती है लीपा पोती, ... हंडिया: आटा चक्की और किराने की दुकान पर 12 साल का बालक बेच रहा अवैध शराब, 30 मार्च को ‘‘जल गंगा संवर्धन अभियान’’ का होगा शुभारम्भ कांग्रेस ने राज्यमंत्री की जाति पर उठाया सवाल: अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाणपत्र बना है!  शादीशुदा महिला के थे 2 अफेयर, नाबालिग प्रेमी ने उतारा मौत के घाट हंडिया: धनगर पाल समाज की बैठक का हुआ आयोजन , विभिन्न विषयों पर हुई चर्चा! हरदा: 4 बदमाश गिरफ्तार मिले डेढ़ लाख कीमत के हथियार, 6 पिस्तौल जिंदा कारतूस जब्त ! भुआणा के दो कलाकार पति पत्नी को पुनः प्रसार भारती ने ग्रेड प्रदान किया। हरदा में हैं सिर्फ दो ग्रेडे...

खेत में बने टप्पर में लगी भीषण आग,घर मे रखा गेहू, चना सहीत घर का सामान जलकर हुआ खाक

खातेगांवः खातेगांव तहसील के ग्राम गनोरा अमेली के बीच मे एक आदिवासी किसान के खेत में बने टप्पर में अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में किसान के घर में रखा गेहू, चना सहीत गृहस्थी का सामान जलकर राख हो गया। आग लगने के सही कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है, लेकिन घटना से परिवार पूरी तरह बेघर हो गया है।

कैसे हुआ हादसा ?
..पीड़ित विकास उइके के पिता दयाराम उइके ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह शाम 5:30 बजे घर के बाहर मौजूद थे। तभी पड़ोसी जयप्रकाश पिता रामेश्वर कर्मा ने फोन कर बताया कि उनके टप्पर में आग लग गई है। सूचना मिलते ही वे तुरंत मौके पर पहुंचे और मोटर पंप चालू कर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि देखते ही देखते पूरा टपर जलकर राख हो गया।

उपास्थिथ लोगो ने बताया कि इस हादसे में किसान का लगभग 15 क्विंटल चना, 10 क्विंटल गेहूं, 10 टैंक भूंसा सहीत घर में रखा सारा सामान जलकर पूरी तरह नष्ट हो गया। आग बुझाने के लिए गांव के गोलू तिवारी, अशोक केंद्रे, रामेश्वर चौहान सहित अन्य ग्रामीण पहुंचे, लेकिन आग इतनी विकराल थी कि किसी का प्रयास सफल नहीं हो सका।

- Install Android App -

प्रशासन से मदद की मांग।

इस भीषण हादसे के बाद पीड़ित परिवार प्रशासन से मुआवजे और पुनर्वास की मांग कर रहा है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से अपील की गई है कि वे प्रभावित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएं ताकि वे फिर से अपना जीवन शुरू कर सकें।

जांच और कार्रवाई की जरूरत
स्थानीय प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि वे आग लगने के कारणों की जांच करें और पीड़ित परिवार को सरकारी आपदा राहत योजना के तहत उचित मुआवजा दिलाने की पहल करें। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ग्रामीण इलाकों में फायर सेफ्टी जागरूकता अभियान चलाया जाए।
यह घटना किसानों और गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रशासन को चाहिए कि वह तत्काल पीड़ित परिवार की सहायता करे और आगे से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।