अनिल उपाध्याय देवास। जिले मे 35 पटवारियों ने मिलकर सरकार से आई किसानो की राहत राशि को डकार गऐ। 2019-18 से 2021-22 तक सरकार के द्वारा राहत राशि किसानो के लिए भेजी गई थी । उस राशि को पटवारियों ने मिलकर खा गऐ और किसानो के पैसो का भ्रष्टाचार कर दिया। पटवारियों ने अपने करीबीयो के खाते मे डलवाकर राशि का गबन किया मामले का खुलासा तब हुआ ज़ब ग्वालियर से कंट्रोलर एन्ड ऑडिटर जनरल आफ इंडिया ने ऑडिट किया। उसके बाद इस मामले का खुलासा और 1 करोड़ 61 लाख रु की राशि का गबन पाया गया। अब प्रशासन हरकत मे आया।
डिप्टी कलेक्टर ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि
किसानो की राहत की राशि किसानो के खाते मे ना जाते हुए, पटवारियों के करीबी के खाते मे डाली गई। दोषी 7 पटवारी एक बाबू को निलंबित कर दिया है।
हम आपको बता दे की इस प्रकार का भ्रष्टाचार का खेल देवास जिले मे किया गया है। अब प्रशासन भी हरकत मे आया है और वासुली अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत 1 करोड़ 10 लाख की राशि अब तक इन पटवारियों से वासुल की जा चुकी है। बड़ा सवाल यह की सरकार किसानो के लिए मदद तो कर रही है। लेकिन ऐसे अधिकारी – कर्मचारी बीच मे गबन नीति मे कार्य कर रहे जो किसानो लोगो का पैसा खा रहे है, किसान राहत की राशि के लिए भटकता है और असंतुष्ट होता, अब किसानो ने यह भी जान लेना चाहिए की सरकार आई राहत की राशि कहां जा रही थी। सारा खेल ऐसे भ्रष्टाचारी पटवारियों ने किया है। अब सरकार ने ऐसे पटवारियों पर कठोर कार्रवाही करना चाहिए, जिससे किसानो की राहत राशि का गबन ना हो, और कडी सजा मिले और बर्खास्त की कार्यवाही की जाना चाहिए।
पूरे मामले देवास ADM महेंद्र कवचे ने क्या कुछ कहां सुनिए
:- महेंद्र कवचे, ADM देवास
इसको किया निलंबित
किसानो की राहत राशि डकारने वाले अनिल मालवीय पटवारी, अजय चौधरी पटवारी, महेन्द्र मण्डलोई पटवारी ,अमित कुशवाह पटवारी,
दिलीप यादव पटवारी, दिनेश सिसोदिया पटवारी भैयालाल नरगवे पटवारी, राहुल कर्मा सहायक ग्रेड-3 को निलंबित किया गया।