हरदा / शासकीय अस्पतालों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान अंतर्गत प्रत्येक माह की 9 एवं 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं का विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क जांच एवं उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके साथ ही प्रत्येक माह की 9 एवं 25 तारीख को गर्भवती महिलाओं को संबद्ध प्राइवेट सोनोग्राफी केन्द्रों पर भी निःशुल्क सोनोग्राफी सुविधा भी उपलब्ध होगी। उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने शुक्रवार को रीवा में आयोजित कार्यक्रम में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम अंर्तगत प्रदेश में निःशुल्क सोनोग्राफी सुविधा का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर शुक्रवार को हरदा के जिला चिकित्सालय में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान रीवा में आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा गया। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह, सिविल सर्जन डॉ. मनीष शर्मा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील द्विवेदी सहित महिला चिकित्सक एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर सीएमएचओ डॉ. एच.पी. सिंह ने बताया कि गर्भावस्था में उच्च जोखिम स्थिति एवं गर्भस्थ शिशु में होने वाली विकृतियों की पहचान के लिये सोनोग्राफी अति आवश्यक है। समय से चिन्हांकन से उनका सहजता से निदान एवं सुरक्षित प्रसव का प्रबंधन किया जाना संभव होगा। उन्होने बताया कि इस सुविधा का लाभ गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क मिलेगा। यह गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रबंधन में सहायक होगा, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करने सहायता मिलेगी।
उन्होने बताया कि शुक्रवार को इस अभियान के तहत पहले दिन 61 गर्भवती महिलाओं की प्राथमिक जांच की गई, जिसमें हाई रिस्क की 22 गर्भवती महिलाएं चिन्हित की गई। इनमें से 4 हाई रिस्क महिलाओं की निजी सोनोग्राफी सेंटर पर निःशुल्क जांच की गई तथा 18 हाई रिस्क महिलाओं की जिला चिकित्सालय में निःशुल्क सोनोग्राफी की गई।