शहर में भी चल रहे हैं ऐसे अस्पताल जिन पर होना चाहिए सख्त कार्यवाही
केके यदुवंशी सिवनी मालवा। नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा तहसील में मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है। इन क्लीनिक पर जाकर कभी नर्मदापुरम जिले के स्वास्थ्य विभाग ने जाकर नहीं देखा कि इन डॉक्टरों के पास कौन सी डिग्री है। आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक के नाम पर एलोपैथिक इलाज कर रहे हैं जिससे आए दिन मरीज ठीक होने की वजह गंभीर हो जाता है।
महानगर में कमीशन वाले अस्पताल में पहुंचाते है, मरीज को
पहले तो प्राथमिक उपचार करते हैं। फोन नहीं समझने पर बड़े डॉक्टर से बात करते हैं। और फिर कर देते हैं। हालत बिगाड़ का रिफर जिससे कई बार मरीज की महानगर जाते समय रास्ते में ही जान चली जाती है।
शहर के 4 डॉक्टर है इस खेल में
डॉक्टरों के द्वारा क्लीनिक की आड़ में गंभीर मरीजों का इलाज भर्ती कर किया जा रहा है। और मनमाना पैसा लिया जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग को कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। शहर के निजी अस्पतालों मकड़ी के जाले जैसे पनप रहे हैं। कई प्रकार की जांच के नाम पर मरीजों को लूटा जा रहा है। स्टॉप पांचवी आठवीं दसवीं पास सहित अनपढ़ नर्स ड्रेसिंग करने, इंजेक्शन लगाने, सोनोग्राफी करवाने, एक्स-रे करवाने का कार्य कर रही हैं।
एंबुलेंस में भी शासन की गाइडलाइन का उपयोग नहीं हो रहा है। नागरिकों ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एंबुलेंस में मनमाना किराया सीरियस मरीजों से लिया जाता है मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर चुके इस दवाखाने पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहा है। यह चर्चा शहर में बनी हुई है।