ओंकारेश्वर/खंडवा। स्थानीय प्रशासन द्वारा 16 जून से ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर खोलने पर जनप्रतिनिधियों और नगरवासियों ने एतराज जताया है। ओंकारेश्वर मंदिर एक माह और बंद रखने की मांग को लेकर सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखने के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिवालय व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को ई-मेल से ज्ञापन भेजा गया है।
तीर्थनगरी के वासियों का कहना है कि ओंकारेश्वर मंदिर खुलने के बाद बड़ी संख्या में बाहरी श्रद्धालुओं का आगमन होगा। ऐसे में कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति आ जाने से स्थानीय लोगों के साथ ही दूसरे श्रद्धालु भी चपेट में आ सकते हैं। शनिवार को गणमान्यजनों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में एक माह तक ओंकारेश्वर मंदिर नहीं खोलने की बात रखी गई थी, वहीं रविवार को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर ओंकारेश्वर मंदिर एक माह तक बंद रखने की मांग की गई है।
बता दें कि करीब तीन माह से बंद ओंकारेश्वर और ममलेश्वर मंदिर को कुछ शर्तों के साथ खोलने के लिए प्रशासन द्वारा 16 जून की तारीख तय की गई है। इसके लिए शनिवार को ट्रायल रन भी करवाया जा चुका है।
सुरक्षित रखना सबसे बड़ा दायित्व
खंडवा के सांसद व पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा कि नगरवासी चाहते हैं कि ओंकारेश्वर मंदिर को एक माह तक और बंद रखा जाए। कोरोना संक्रमण को लेकर निर्णय केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की ओर से होता है। मैं भी प्रदेश समिति से इस संबंध में बात करूंगा। ओंकारेश्वर नगर को सुरक्षित रखना सबसे बड़ा दायित्व है। समाजसेवी व पूर्व पार्षद अजय भाटिया ने कहा कि ओंकारेश्वर अब तक कोरोना से मुक्त है। जरा-सी लापरवाही लोगों पर भारी पड़ सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले समय में कोरोना संक्रमण और फैल सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से ओंकारेश्वर मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अभी नहीं खोला जाना चाहिए।
पूजा चलती रहे, मगर दर्शन प्रतिबंधि रहें
जूना अखाड़े दत्तात्रेय संन्यास आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंदपुरी महाराज ने कहा ओंकारेश्वर मंदिर में जो पूजा-पाठ पुजारियों द्वारा की जा रही है वह यथावत चलती रहे। दर्शन सभी के लिए प्रतिबंधित हों। सावन माह के दौरान राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात सहित कई प्रांतों के लोग यहां रुककर पूजापाठ और अनुष्ठान करते हैं। इनमें से कोई संक्रमित व्यक्ति नगर में आ गया तो स्थिति खराब हो जाएगी, इसलिए शासन-प्रशासन को बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर एक माह और प्रतिबंध लगाना चाहिए।
स्वामी विवेकानंदपुरी महाराज के साथ ही सर्व ब्राह्मण युवा संगठन के पंडित मनोज त्रिवेदी, वैदिक विद्वान परिषद के पंडित श्रीकांत जोशी, गोपालकृष्ण दुबे ने भी ज्योतिर्लिंग मंदिर को एक माह बाद खोलने की मांग का समर्थन किया है।
इनका कहना है-
नगरवासियों ने ओंकारेश्वर मंदिर एक माह और बंद रखने के संबंध में जो ज्ञापन दिया है, उसको शासन को भेज दिया गया है। गाइड लाइन के अनुसार 16 जून को मंदिर बाहरी श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला जाएगा। इस बीच अगर कोई नया आदेश मिलता है तो उसका पालन किया जाएगा।
-डॉ. ममता खेड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट