नई दिल्ली | दिल्ली महिला आयोग ने बुधवार को कस्तूरबा नगर गैंग रेप मामले में दिल्ली पुलिस को तलब कर पीड़िता और उसके परिवार को तत्काल सुरक्षा देने की मांग उठाई है। बीते सप्ताह 20 वर्षीय पीड़िता के साथ दुष्कर्म कर बाजार में गंजा कर बदसलूकी की गई, घटना के बाद से ही पीड़िता को सुरक्षा देने की मांग उठ रही है।
हालांकि घटना में दिल्ली पुलिस ने नाबालिगों समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की आगे जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। लेकिन पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा अभी तक नहीं मिल सकी है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को समन जारी कर पीड़िता और उसके परिवार को जल्द से जल्द सुरक्षा देने की मांग की है। साथ ही आयोग ने दिल्ली पुलिस से पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर प्रकाश डालने और उसे ‘सुरक्षित घर’ उपलब्ध कराने के लिए एक तंत्र तैयार करने को भी कहा।
इसके अलावा आयोग ने दिल्ली पुलिस को 48 घंटों को समय देते हुए पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए किए जा रहे इंतजामों की विस्तृत रिपोर्ट समेत आयोग के समक्ष पेश होने के लिए कहा है।
दिल्ली पुलिस से ये भी कहा गया है कि वह इस मामले में गिरफ्तार किए गए 12 आरोपियों के खिलाफ उनके अवैध शराब तथा नशीले पदार्थों के व्यवसाय में संलिप्तता के कारण दर्ज पिछले सभी मामलों का ब्योरा दे। इसके अलावा पुलिस से पीड़िता की छोटी बहन के उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार किए आरोपियों के बारे में भी पूरा विवरण आयोग को प्रदान करने को कहा गया है।
डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने समन जारी करते हुए कहा, यह मामला सबसे भयानक मामलों में से एक है। दिल्ली पुलिस को मामले में गहन जांच करनी चाहिए ताकि आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके। पीड़िता घटना के कारण गहरे सदमे में हैं पर मैं ये बात स्पष्टता से कहती हूं की ये लड़की बेहद बहादुर लोगों में से एक है। डीसीडब्ल्यू उसकी सुरक्षा और पुनर्वास सुनिश्चित करने हेतु निरंतर काम और प्रयास करता रहेगा।