खिरकिया/हरदा। मंडी बोर्ड ने खिरकिया मंडी के लिए 50 पद स्वीकृत किए थे, इनमें से 23 पद खाली हैं। केवल 27 ही पद भरे हुए हैं। इसका नतीजा यह हो रहा है कि मंडी क्षेत्र से अवैध रूप से उपजों के परिवहन और अवैध तरीके से बाहर अनाज की खरीदी कर रहे व्यापारियों के कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वहीं कृषि उपज मंडी में विभागीय और किसानों के काम प्रभावित हो रहे हैं। गेहूं और सोयाबीन की बंपर आवक के दौरान नीलामी का काम भी स्टाफ की कमी से प्रभावित होता है। इस बीच मंडी में समर्थन मूल्य पर उपजों की खरीदी में स्टाफ की कमी से किसानों को काफी दिक्कत हुई। मंडी में कार्यालय अधीक्षक, मुख्य लिपिक, सहायक लेखापाल, सहायक ग्रेड 3 के पद भी पद खाली हैं।
वहीं मंडी सचिव का पद विगत एक महीने से रिक्त है। हाल फिलहाल में ओबेदुल्लागंज से ट्रांसफर होकर आए मंडी इंस्पेक्टर आरपीएस नैन के पास सचिव का प्रभार है। पूर्णकालिक सचिव नहीं होने और प्रभारी सचिव को नियमों की जानकारी नहीं होने से मंडी के कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। वहीं वाहन चालक, इलेक्ट्रीशियन, भृत्य, चौकीदार और स्वीपर के खाली पदों की पूर्ति दैवेभो कर्मचारियों की भर्ती से की जाती है। मालूम हो, बी ग्रेड की मंडी में वित्तीय साल में उपजों की आवक लगभग 16 लाख क्विंटल रही। मंडी की वित्तीय आय करीब साढ़े 5 करोड़ रुपये दर्ज की गई।
मंडी में पांच साल से सब इंजीनियर नहीं : मंडी के माध्यम से करोड़ों रुपये के निर्माण कार्य हर साल होते हैं। सब इंजीनियर ही पदस्थ नहीं है। एक मात्र सब इंजीनियर का पद भी करीब 5 साल से खाली हैं। उप मंडी चारुवा में लाखों के निर्माण हाल ही में पूरे हुए हैं। मंडी में सब इंजीनियर नहीं होने से गुणवत्ता की जांच नहीं होती है। हरदा मंडी में पदस्थ सब इंजीनियर के भरोसे निर्माण कार्यों की मॉनीटरिंग चल रही है। इस स्थिति में घटिया निर्माण कार्यों की शिकायतें अक्सर सामने आती है। मंडी कार्यालय अधीक्षक व मुख्य लिपिक के स्वीकृत 1-1 पद भी खाली है। सहायक लेखापाल के 2 में से 1, सहायक ग्रेड 3 के 7 से में 5 पद खाली हैं। इसके कारण विभागीय कामकाज प्रभावित होते हैं। विभागीय रिपोर्ट तैयार करने, मंडी बोर्ड के पत्रों और विधानसभा के प्रश्नों के जवाब तैयार करना, मंडी की बैठक की तैयारी, विभागीय बैठक के लिए रिपोर्ट तैयार करना, मंडी बोर्ड को पाक्षिक और मासिक रिपोर्ट भेजने सहित विभागीय पत्राचार के अलावा किसानों की समस्याओं से संबंधित आवेदनों की जांच करने जैसे काम समय पर पूरे करना चुनौती से कम नहीं है।
मंडी निरीक्षक के 4 पद स्वीकृत : मंडी निरीक्षक के 4 पद स्वीकृत हैं। 3 पद खाली हैं। 1 निरीक्षक को सचिव का प्रभार दिया गया है। किसानों की उपज की दिन में 2 से 3 बार नीलामी, प्रांगण में पेयजल और साफ सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग, व्यापारियों के स्टॉक और परिवहन की देखरेख, किसानों की समस्याओं का समाधान भगवान भरोसे है। मंडी में मजदूरी करने वाले हम्मालों की समस्या हल करने की जिम्मेदारी भी रहती है। सहायक उप निरीक्षक के 17 पदों में से 9 खाली हैं। मंडी व्यापारियों के गोदाम पर स्टॉक की जांच, मंडी गेट से व्यापारियों के माल की निकासी, बाहरी परिवहन की जांच, मंडी के बाहर अवैध रूप से उपज की खरीदी की जांच, विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। खिरकिया उपज मंडी के प्रभारी सचिव आरपीएस नैन का कहना है कि स्टॉफ की कमी है। फिर भी उपजों का अवैध परिवहन रोकने और फड़ियों पर कार्रवाई समय-समय पर होती है। स्टॉफ की कमी से मंडी बोर्ड एमडी को पत्राचार के माध्यम से अवगत करा चुके हैं। मंडी बोर्ड से ही स्टॉफ की पूर्ति होगी।