नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने 3 मई से चार धाम यात्रा को हरी झंडी दी है। इस दौरान लाखों की संख्या में यात्री भगवान के दर्शन करने पहुच रहे हैं। एक बार फिर यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया है। दुखद खबर ये है कि पिछले 24 घंटे में 7 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई है वहीं अबतक कुल 56 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से श्रद्धालुओं की रिपोर्ट मांगी थी। इस रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धालुओं की मौत का प्रमुख कारण यात्रा मार्ग में ऑक्सीजन की कमी को बताया है। इसके साथ ही दर्शनार्थियों की मौत का कारण हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियां, पहाड़ी पर चढ़ने संबंधी बीमारियां भी बताई जा रही हैं। कल (शुक्रवार) को सात तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई। इन तीर्थ यात्रियों की मौत दिल की धड़कन (Heart Attack) से हुई है। बता दें चार धाम यात्रा की शुरुआती दिनों से 56 लोगों में से 54 लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से ही हुई है।
केदारनाथ में 23 यात्रियों की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम के दर्शन कर वापस लौटने के दौरान 2 यात्रियों को अचानक सांस लेने से दिक्कत हुई। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स में उन्हें मृत घोषित कर दिए। इसके साथ ही केदारनाथ यात्रा के दौरान भी दो यात्रियों का दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मौत हो गई। इसके साथ ही केदारनाथ यात्रा के दौरान अबतक कुल 23 यात्रियों की मौत हो गई है जिसमें 22 लोगों को दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई।
इसके अलावा ऋषिकेश में विभिन्न प्रांतों से आए तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। वहीं गुरुवार की देर रात यात्रा कर लौट रही एक महिला बस के पास बेहोश पड़ी मिली। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।