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जिला अस्पताल में प्रसूता की मौत: परिजन का आरोप- डॉक्टर ने प्राइवेट क्लीनिक ले जाने को कहा था, ऑपरेशन के दौरान बरती गई लापरवाही, 3 दिन पहले भी एक गर्भवती की हुई थी मौत

मकड़ाई समाचार सीहोर। सीहोर जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही का खामियाजा प्रसूताओं को भुगतना पड़ रहा है। गुरुवार को फिर एक प्रसूता की सीजर ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। नाराज परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। बता दें कि 4 दिन अंदर इस तरह का यह दूसरा मामला है।

दरअसल, सीहोर जिले के मंडी थाना क्षेत्र के संग्रामपुर में निवासरत रोहित सूर्यवंशी अपनी पत्नी रानू सूर्यवंशी को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती कराया था। जहां ड्यूटी डॉक्टर निधि अग्रवाल ने जांच करने के बाद परिजनों को कहा कि इन्हें किसी निजी अस्पताल में भर्ती करा दीजिए, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के चलते रोहित अपनी पत्नी को अन्य किसी अस्पताल में नहीं ले जा पाया। इसके बाद अस्पताल में ही ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन गुरुवार सुबह 4 बजे रानू की मौत हो गई। वहीं नवजात बच्ची को आईसीयू में भर्ती किया गया है।

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प्रसूता की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने सरपंच लखन सिंह राजपूत को घटना से अवगत कराया, जिसके बाद सरपंच जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों के साथ पोस्टमार्टम रूम से मृतिका का शव उठाने से मना कर दिया।

सरपंच लखन सिंह राजपूत ने घटना से कलेक्टर प्रवीण सिंह, स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ विनोद कुमार डेहरिया, विधायक करण सिंह वर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री प्रभु राम चौधरी को अवगत कराया। घटना की जानकारी लगते ही एसडीएम अमन मिश्रा, सिटी एसपी निरंजन सिंह राजपूत, डॉक्टर आरके वर्मा, कोतवाली टीआई नलिन बुधौलिया मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाइश देकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवाया। वहीं प्रशासन की ओर से मृतिका के परिजनों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध कराई गई है।