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झूठे गवाहों पर न्यायालय ने की कार्यवाही, भेजा जेल

होशंगाबाद। फर्जी तरीके से वर्ष 2018 में नगर पालिका के टप की खरीद फरोख्त के मामले में गवाह बनने वाले युवक अर्पित मालवीय और सुरेश यादव को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश कि या गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। बहुचर्चित मामले में अचानक हुई कार्‌रवाई राजनैतिक गलियारों में भी हलचल मच गई है। सिटी कोतवाली टीआई विक्रम रजक के मुताबिक बब्लू यादव ने फर्जी तरीके विक्रय पत्र तैयार कराया था। इस विक्रय पत्र में अर्पित मालवीय व सुरेश यादव ने दस्तखत कि ए थे। मामले की जांच के बाद दोनों गवाहों को भी गिरफ्तार कि या गया। गौरतलब है कि बब्लू यादव को कु छ दिन पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कि या था फिलहाल वह जेल में है।

क्या है पूरा मामला :-

सिटी कोतवाली टीआई विक्रम रजक ने बताया कि वर्ष 2018 में जगदीश पुरा निवासी वार्ड क्रमांक दो निवासी योगेश शर्मा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बब्लू यादव ने धोखाधड़ी व दस्तावेजों में हेरफे र कर के स दर्ज कि या था। योगेश ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नगर पालिका द्वारा टप क्रमांक जी प्रदाय कि या गया था। मोहल्ले के वीरेंद्र कु मार उर्फ बब्लू यादव ने नपा से लोन दिलाने के नाम पर मुझसे फोटो एवं आधार कार्ड और अन्य कागजात ले लिए, लेकि न लोन नहीं दिलाया गया।

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अर्पित व पिता को बनाया गवाह :-

शिकायत में उल्लेख कि या गया था कि बब्लू ने प्राप्त दस्तावेजों व फोटो का उपयोग कर 30 दिसंबर को एक कट रचित स्टांप निकालकर अपने पिता सुरेश व अर्पित मालवीय को गवाह बताकर हस्ताक्षर कर विक्रय पत्र तैयार कि या गया। उक्त विक्रय पत्र 30 दिसंबर 2015 को लिया गया एवं 17 फरवरी 2016 को नोटरी करवाई। फर्जी गवाह बनने वाले दोनों आरोपितों अर्पित मालवीय व सुरेश यादव की गिरफ्तारी पुलिस ने उनके घर से की। अर्पित की गिरफ्तारी की खबर लगने के बाद राजनैतिक दल से जुड़े लोग थाने पहुंचे। वहीं उसकी जमानत के प्रयास कि ए गए। न्यायालय ने आरोपित को जेल वारंट जारी कर दिया था।