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तुलसीराम प्रजापति एनकाउंटरः जांच अफसर का दावा, अमित शाह और 3 IPS मुख्य साजिशकर्ता

तुलसीराम प्रजापति के फर्जी एनकाउंटर की जांच कर रहे मुख्य जांच अधिकारी ने दावा किया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन, राजकुमार पांड्या और डीजी वंजारा कथित तौर पर इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता थे। मुख्य जांच अधिकारी संदीप तामगड़े ने स्पेशल कोर्ट में दावा किया कि आरोपी के कॉल डेटा रिकॉर्ड्स (सीडीआर) से साबित होता है कि उसने ही अपराध की साजिश रची थी। जब तामगड़े  साजिशकर्त्ताओं के नाम पूछे गए तो उन्होंने अमित शाह, दिनेश एमएन, वंजारा, पांड्या, विपुल अग्रवाल, आशीष पांड्या और एनएच दाभी और जीएस राव का नाम लिया।

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बता दें कि पांड्या, दाभी और राव ट्रायल का सामना कर रहे हैं जबकि ट्रॉयल कोर्ट ने साल 2014 से 2017 के बीच इस मामले से सबूतों के अभाव से बाकियों को बरी कर दिया था। अप्रैल 2012 से इस केस की जांच कर रहे तामगड़े ने कोर्ट को बताया कि यह राजनेताओं और अपराधियों की साठगांठ का परिणाम था। इसमें शाह और राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया कथित तौर पर वे राजनेता थे जिन्होंने 2004 में मशूहर बिल्डरों के ऑफिसों में आग लगवाने के लिए सोहराबुद्दीन शेख, तुलसीराम और आजम खान जैसे अपराधियों का इस्तेमाल किया था।

उल्लेखनीय है कि इस मामले के मुख्य आपी तुलसीराम की 28 दिसंबर, 2006 में गुजरात में मौत हो गई थी। जबकि 26 नवंबर, 2005 को सोहराबुद्दीन कथित रूप से आयोजित एक मुठभेड़ में मारा गया था। तीसरे आरोपी कौसरबी की भी हत्या कर दी गई थी।